हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान के अंतर्गत . . .
धर्मरक्षा हेतु अधिवक्ताओं ने संगठित होकर क़ानूनी संघर्ष करना चाहिए ! – अधिवक्ता श्री. एस.आर. कोरी
विजयपुर : हिन्दू धर्म विगत अनेक वर्षों से अन्याय सहन करता आ रहा है ! अब धर्म की रक्षा हेतु अधिवक्ताओं ने भी संगठित होकर क़ानूनी संघर्ष करना चाहिए। अधिवक्ता श्री. एस.आर. कोरीने यहां की अधिवक्ताओं की बैठक में ऐसा प्रतिपादित किया। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १४ मई को इस बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में विजयपुर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. महिपति एच. खासनीस, अधिवक्ता श्री. अडिवेप्पा बिरादार, अधिवक्ता श्री. बसवराज एस. सोरगांव, हिन्दू विधिज्ञ परिषदके संस्थापक-सदस्य श्री. सुरेश कुलकर्णी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के बागलकोट जिला समन्वयक श्री. वेंकटरमण नायक उपस्थित थे।
इस बैठक को संबोधित करते हुए अधिवक्ता श्री. सुरेश कुलकर्णी ने जीवन में साधना का महत्त्व, न्यायालयीन संघर्ष करते समय साधना कैसे करें ?, धर्माचरण से जीवन में आनेवाले परिवर्तन, साथ ही राष्ट्र, धर्म एवं भारतीय संस्कृति की रक्षा कार्य में अधिवक्ताओंका योगदान आदि अनेक विषयों पर मार्गदर्शन किया।
बैठकमें न्या. अडिवेप्पा बिरादारने कहा, ‘‘प्रत्येक हिन्दू को अपने जीवन में अध्यात्म, योग एवं ध्यान इन सूत्रों को अपनाना चाहिए !’’
अधिवक्ता श्री. महिपति ने धर्मरक्षा कार्य के लिए बार एसोसिएशन का समर्थन घोषित किया !
विशेष : इस बैठक के लिए अधिवक्ताओंने ही सभागार की सिद्धता, सत्कार व्यवस्था, वाहन व्यवस्था आदि सेवाओं का नियोजन किया ! बैठक स्थल पर सनातन संस्था के ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात