काबुल की एक मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान विस्फोट में अफगानिस्तान के एक प्रतिष्ठित धार्मिक विद्वान की मौत हो गई और अन्य १६ लोग घायल हो गए। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि, विस्फोट कैसे हुआ ? विस्फोट पूर्वी काबुल में अल-तक्वा मस्जिद में हुआ जहां मौलवी रैहान इमाम थे। शुक्रवार की नमाज में और वो भी रमजान के कारण अच्छी-खासी संख्या में लोग शामिल होते हैं। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण रूप से विस्फोट में मौलवी रैहान मारे गए और १६ अन्य नमाजी घायल हो गए !’’ विस्फोट दोपहर को करीब एक बजकर २० मिनट पर हुआ। पुलिस प्रवक्ता फिरदौस फरामर्ज ने रैहान के मारे जाने की पुष्टि की और कहा कि, जांचकर्ता विस्फोट की प्राकृतिक जांच कर रहे हैं। अभी किसी ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है !
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत में जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद को निशाना बनाकर किये गये विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि, विस्फोट प्रांतीय राजधानी क्वेटा के पश्तूनबाद क्षेत्र में रहमानिया मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया। घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘ विस्फोट व्यापक था, इसलिए मृतक संख्या बढ़ सकती है !’’ पुलिस के अनुसार विस्फोट की प्रकृति का पता नहीं चल पाया है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि, किसी उपकरण की मदद से विस्फोट को अंजाम दिया गया। बलूचिस्तान में पिछले कुछ महीनों में कई विस्फोट हुए हैं। क्वेटा के हजारीगंज इलाके में एक फल-सब्जी बाजार में हुए विस्फोट में पिछले महीने कम से कम २० लोग मारे गए थे और ४८ अन्य घायल हुए थे।
स्त्रोत : जनसत्ता