बेरुत : इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकवादी शनिवार को सीरिया के दीर अल जोर एयरबेस में प्रवेश कर गए। मानवाधिकार संगठन सीरिया ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने इस बात की जानकारी दी है। संगठन के अनुसार आतंकवादी एयरबेस में घुस गए हैं और सेना बाहर से हवाई हमले कर रही है।
आइएस समर्थकों ने सोशल मीडिया में दो सैन्य हेलीकॉप्टर की तस्वीर जारी करते हुए इन पर कब्जे का दावा किया है। आइएस ने एयरबेस पर कब्जे के लिए गुरुवार को भीषण हमले शुरू किए थे। तीन दिनों से चल रही लड़ाई में सीरिया के ५१ सैनिक और ६० आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है। इस बीच, सीरिया स्थित अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट कर कहा है कि अमेरिका ने दीर अल जोर के पास हवाई हमला कर आइएस के ठिकानों को लक्ष्य बनाया है।
आईएस के दो लड़ाकों को १२-१२ वर्ष की सजा
दूसरी ओर सीरिया में नुसरा फ्रंट की ओर से लड़ाई में भाग लेकर लौटे दो ब्रिटिश युवकों को अदालत ने १२-१२ साल की सजा सुनाई है। बीबीसी के अनुसार युसूफ सरवर और मोहम्मद नाहिन अहमद बर्मिघम के रहने वाले हैं। इन दोनों को आतंकी वारदात की योजना बनाने के आरोप में सजा सुनाई गई है।
न्यायाधीश माइकल तापेलस्की ने दोनों को सजा सुनाते हुए उन्हें आतंकवाद का कट्टर समर्थक करार दिया। उन्होंने कहा कि ये दोनों अपनी मर्जी से और उत्साहपूर्वक आतंक फैलाने के मकसद से सीरिया गए थे। बताया जाता है कि दोनों मई २०१३ में सीरिया गए थे और वहां उन्होंने अल कायदा के सहयोगी आतंकी संगठन नुसरा फ्रंट के साथ आठ माह गुजारे। लौटते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
स्त्रोत : जागरण