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गोवा, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र राज्य की पुलिस का अधिवेशनस्थल पर गुप्त वेश में विचरण !
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पुलिस द्वारा मेटल डिटेक्टर एवं श्वानपथक के माध्यम से अधिवेशनस्थल पर निगरानी !
रामनाथी (गोवा) : रामनाथी, गोवा में २९ मई से ‘अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ का प्रारंभ हुआ । पहले अधिवेशन से सातवें अधिवेशन तक, अर्थात गत ७ वर्षाें से यह अधिवेशन अत्यंत शांतिपूर्ण आैर वैध मार्ग से होनेवाला आैर हिन्दुआें के लिए न्यायपूर्ण मांगों को प्रस्तुत करनेवाला राष्ट्रीय व्यासपीठ, एेसी इस अधिवेशन की गणना हो रही है । एेसा होते हुए भी अचानक इस बार अधिवेशन में पुलिस ने प्रवेशद्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाया आैर अधिवेशन स्थल पर पुलिस के श्वानपथक द्वारा अन्वेषण हो रहा है । इतना ही नहीं, अपितु अधिवेशन स्थल पर भारी मात्रा में पुलिस तैनात की गई है । गोवा, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र राज्य की पुलिस गुप्त वेश में अधिवेशन के परिसर में चक्कर काट रही है ।
वास्तव में शांति के मार्ग से ही मार्गक्रमण करनेवाले आैर अधिवेशन के लिए पुलिस बंदोबस्त की आवश्यकता न होते हुए भी पुलिस तंत्र अधिवेशन के लिए आनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों के मन में अकारण भय निर्माण करने का प्रयत्न कर रही है, एेसा ही धर्मप्रेमी हिन्दुआें को लगता है । (अन्य पंथियों के कार्यक्रमों पर पुलिस क्या कभी एेसी कडी निगरानी रखती है ? केवल हिन्दुत्वनिष्ठों के कार्यक्रमों पर निगरानी रखने के लिए पुलिस उपस्थित रहती है, इससे ‘एेसे कार्यक्रमों के स्थान पर कुछ गलत हो रहा है’, एेसा जताने का पुलिस का यह प्रयत्न है । इससे सामान्य मनुष्य के मन में अधिवेशन के विषय में नकारात्मक मत निर्माण हो सकता है । हिन्दू जनजागृति समिति के सभी कार्यक्रम सदैव ही वैध मार्ग से होते हैं; एेसे में यदि पुलिस ने यही बल जिहादी आतंकवादियों को ढूंढने में लगाया होता, तो अब तक भारत को आतंकवाद मुक्त होने में सहायता होती ! – संपादक, हिन्दुजागृति)