हिन्दू राष्ट्र-संस्थापना का कार्य परम निष्ठा से करें !
‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के उद्देश्य से एकत्र हुए धर्मयोद्धाआें को मेरा नमस्कार ! आज देश और काल संक्रमण अवस्था में है । इस प्रतिकूल काल में हमें हिन्दू राष्ट्र-स्थापना का अर्थात धर्मसंस्थापना का कार्य करना है । हमारी सहायता करनेवाले धर्मनिष्ठ सहयोगी अत्यल्प हैं; जबकि धर्मशत्रु और उनके समर्थक सहस्रों गुना है । शत्रुआें की अधिक संख्या और काल प्रतिकूल होते हुए भी ‘हम बुद्धि, धन अथवा बाहुबल के आधार पर कार्य करेंगे’, ऐसा विचार करना अनुचित होगा । इस काल में केवल साधना से प्राप्त ईश्वर का आशीर्वाद ही अंतिम सफलता दिला सकता है । इसीलिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु ध्येयप्राप्ति की उत्कंठा, उसके लिए आवश्यक तन-मन-धन का समर्पण और साधना का बल बढाना आवश्यक है ।
ध्यान रखिए, हिन्दू राष्ट्र हमें सहज नहीं मिलेगा । उसके लिए हमें परम निष्ठा से कार्य करना होगा । इस ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ से सभी धर्मयोद्धाआें को ऐसा कार्य करने की प्रेरणा मिले’, ऐसी भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में प्रार्थना !’
– (परात्पर गुरु) डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक, सनातन संस्था.