• सनातन ने ऐसे पुलिस की प्रविष्टि कर रखी है ।
• अन्य धर्मियोंकी सभाओंमें क्या कभी कांग्रेसी राजनेता एवं पुलिस ने ऐसी अडचनें लाई है ?
धारवाड (कर्नाटक) : हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ७ दिसम्बर को नवलगुन्द में हिन्दू धर्मजागृति सभा का आयोजन किया गया । इस सभा के लिए पुलिसद्वारा शर्तें रखी गइं तथा समितिद्वारा लिखवा लिया गया कि यदि इस सभा में श्रीराम सेना के अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिकद्वारा प्रक्षोभक भाषण किया गया, तो उसका दायित्व समिति का रहेगा ।
१. ३० नवम्बर को समिति के कार्यकर्ता सभा की अनुमति लेने हेतु पुलिस थाने में गए । इस समय पुलिस उपनिरीक्षक शंकर हुल्लौती ने ‘नवलगुन्द संवेदनशील क्षेत्र है ।’ इस समय ‘हिन्दू धर्म- जागृति सभा के लिए नवलगुन्द का ही चयन क्यों किया ?’, ऐसा प्रश्न पूछते हुए कहा कि ‘शाम ६ के अन्दर सभा समाप्त होनी चाहिए’ । साथ ही सभा के लिए वस्त्रफलक, होर्डिंग तथा भित्तिपत्रक न लगाने की शर्तें भी बताइं । तत्पश्चात उन्होंने कार्यकर्ताओंको मण्डल-पुलिस निरीक्षक की ओर भेजा ।
२. मण्डल पुलिस निरीक्षकने अनुमति देते हुए कहा कि सभा का आयोजन इस प्रकार करें, जिस से अनुचित घटनाएं न होने पाएं । आरम्भ में कार्यक्रम के दिन ही ध्वनिक्षेपकद्वारा प्रसार करने को कहा गया; परन्तु समिति के विनती करनेपर ३ दिनोंकी अनुमति दी गई ।
३. ६ दिसम्बर को पुलिस ने समिति के कार्यकर्ताओंको बुलाकर कहा कि इस सभा के लिए प्रमोद मुतालिक को आमन्त्रित न करें । यदि वे आए, तो प्रक्षोभक भाषण करेंगे तथा तदुपरान्त वहां दंगे होंगे । यदि वे आए, तो हम सभा की अनुमति पीछे लेंगे । उन्होंने कहा कि वे यदि अतिथि के रूप में आए; तो चलेगा; परन्तु उनका भाषण नहीं चाहिए । (प्रक्षोभक भाषण करनेवाले ओवैसी समान धर्मांध नेताओंपर ऐसे निर्बंध क्या कभी पुलिसद्वारा लगाए गए है ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. समिति के एक भी कार्यक्रम में श्री. मुतालिक ने भडकाऊ भाषण नहीं किया, ऐसा कहनेपर भी उन्होंने सुनकर नहीं लिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात