परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के ७७वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में कर्नाटक राज्य में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान’ !
विजयनगर में सूचना अधिकार कानून के संदर्भ में कार्यशाला
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मंगलुरू में चैतन्यमय वातावरण में हिन्दू एकता फेरी
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सनातन के संत पू. रमानंद गौडाजी, पू. विनायक कर्वेमामाजी, पू. (श्रीमती) राधा प्रभुदादीजी एवं बालसंत पू. भार्गवराम प्रभुजी की वंदनीय उपस्थिति
मंगलुरू : सनातन संस्था के संस्थापक एवं हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्रोत परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के ७७वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंगलुरू में हाल ही में चैतन्यमय वातावरण में हिन्दू एकता फेरी निकाली गई। मंगलुरू के ज्योति सर्कल में धर्मध्वज का पूजन कर फेरी का आरंभ किया गया और टाऊन हॉल में फेरी का समापन एक सभा में हुआ।
इस फेरी में भजन मंडल, साथ ही विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे। फेरी में सहभागी हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा हिन्दू राष्ट्र एवं हिन्दूसंगठन के संदर्भ में की गई घोषणाओं के कारण यहां का वातावरण चैतन्यमय बन गया ! इस फेरी में सनातन की संत पू. राधा प्रभुदादीजी ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की प्रतिमा को पुष्प समर्पित किए। सनातन के संत पू. रमानंद गौडाजी, पू. विनायक कर्वेमामाजी एवं बालसंत पू. भार्गवराम प्रभुजी की वंदनीय उपस्थिति रही।
क्षणिकाएं
१. फेरी में रणरागिणी शाखा की महिलाओं ने राणी लक्ष्मीबाई, कित्तुर की राणी चन्नम्मा एवं अन्य महिला स्वतंत्रतासेनानियों की वेशभूषा की थी, साथ ही युवकों ने स्वरक्षा के प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए !
२. सनातन के बालसंत पू. भार्गवरामजी फेरी में भगवान श्रीकृष्ण की वेशभूषा में उपस्थित थे, साथ ही उन्होंने हाथ में भगवा ध्वज लेकर घोषणाएं भी दीं !
शहर पुलिस उपायुक्तद्वारा हिन्दू एकता फेरी की प्रशंसा !
शहर पुलिस उपायुक्त ने इस फेरी के संदर्भ में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘यह फेरी आदर्श पद्धति से निकाली गई; इसलिए फेरी के लिए नियुक्त पुलिसकर्मियों को थोडी भी थकान प्रतीत नहीं हुई !
केरूर (जिला बागलकोट, कर्नाटक) में निकाली गई हिन्दू एकता फेरी में साधक और धर्माभिमानियों का उत्स्फूर्त सहभाग
बागलकोट : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में केरूर में हाल ही में चैतन्यमय और भावपूर्ण वातावरण में हिन्दू एकता फेरी संपन्न हुई ! इस फेरी में ३२० से भी अधिक साधक एवं धर्माभिमानी सम्मिलित हुए।
श्री शांकभरी मंदिर में धर्मध्वज एवं परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की प्रतिमा का पूजन किया गया। उसके पश्चात गांव के प्रमुख मार्गाें से फेरी निकाली गई और श्री शांकभरी मंदिर में फेरी का समापन किया गया। इस फेरी में धर्मध्वज, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की प्रतिमा प्रस्थापित की गई पालकी एवं हाथ में परात्पर गुरुदेवजी के सुवचन लिखे गए फलक लेकर धर्मप्रेमी सहभागी हुए।
क्षणिकाएं
१. इस फेरी में भजनी मंडल, साथ ही पूर्ण कुंभ लेकर ७५ सुहागन महिलाएं सहभागी हुईं !
२. छोटे बाल साधक फेरी में राष्ट्रपुरुषों की वेशभूषा में सहभागी हुए !
३. फेरी के आरंभ से लेकर धर्मप्रेमियों ने फेरी में सहभागी साधक एवं धर्माभिमानियों को मिठाई और पानी का वितरण किया !
३. फेरी में सहभागी भजनी मंडल के भजनकर्ताओं ने भावपूर्ण भजन गाए। उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, फेरी में परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का भावचित्र देख कर बहुत भावजागृति हो रही थी !
लोगों का शोषण करनेवाली भ्रष्ट व्यवस्था के विरोध में वैधानिक पद्धति से संघर्ष करने के संदर्भ में मार्गदर्शन
बेंगलुरू में सूचना अधिकार कानून के संदर्भ में कार्यशाला
बेंगलुरू : परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के ७७वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में विजयनगर में सूचना अधिकार के संदर्भ में कार्यशाला संपन्न हुई। इस कार्यशाला में सूचना अधिकार क्षेत्र में कार्य करनेवाले कार्यकर्ता श्री. भास्करन् एवं श्री. वीरेश वी. एच्. ने मार्गदर्शन किया।
इस कार्यशाला में लोगों का शोषण करनेवाली भ्रष्ट व्यवस्था के विरोध में वैधानिक पद्धति से संघर्ष करना, साथ ही रामराज्य की स्थापना की दृष्टि से प्रभु श्रीराम के आदर्श को अपनाना आदि के विषयों के संदर्भ में मार्गदर्शन किया गया।
इस अवसर पर सूचना अधिकार कानून का उपयोग, उसके विविध परिणाम, सूचना अधिकार के संदर्भ में प्रारूप सिद्ध करना आदि विषयों पर व्यापक मार्गदर्शन किया गया। श्री. भास्करन् ने कहा कि, ‘प्रशासन में पारदर्शिता लाने हेतु ही सूचना अधिकार कानून बनाया गया है !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात