शहर से अगवा हुई एक संगठन के कार्यकर्ता की १९ वर्षीय बेटी ने धर्मांध युवक नबील से पिंजौर के मदरसे में निकाह रचा लिया। इससे पहले धर्मांधों ने लड़की का धर्म व नाम परिवर्तन करवाया। आरोपी धर्मांध सोमवार को ही उसे पिंजौर ले गया था। उसी दिन पिंजौर के मदरसे में युवती का नाम परिवर्तन कर नया नाम रखा गया। इसके बाद दोनों का निकाह पढ़ा गया। पूरी प्लानिंग आरोपी ने पहले से ही कर रखी थी ! अपने परिजनों से जान का खतरा देख बुधवार को युवती के नाम से उच्च न्यायालय में सुरक्षा के लिए याचिका अर्जी दायर की गई। जिसमें कुछ डॉक्यूमेंट पूरे करने की बात न्यायालय ने कही है। इस पर न्यायालय १७ जून को सुनवाई करेगा। वहीं लड़की के वकील का कहना है कि, उनकी याचिका उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे हालात में पुलिस युवक-युवती को गिरफ्तार नहीं कर सकती। उधर, मामले को देख रहे डीएसपी हेडक्वार्टर का कहना है कि, पुलिस दोनों की तलाश में जुटी हुई है !
काजी व मौलवी की मौजूदगी में पढ़ा निकाह : सोमवार सुबह करीब आठ बजे नबील एक संगठन के कार्यकर्ता की १९ साल की लड़की को शादी का झांसा देकर अगवा कर ले गया था। युवती के पिता का आरोप था कि, आरोपी नबील ने साजिश के तहत उसकी बेटी को अगवा किया। उन्होंने घर से छह-सात तोले सोने के गहने व ४०-५० हजार रुपये की नकदी भी ले जाने का आरोप लगाया था ! साजिश में आरोपी युवक नबील की बहन नाबिया व साथी परवेज व जावेद समेत कई लोगों का हाथ बताया। आरोपी युवक प्लानिंग के तहत लड़की को पिंजौर स्थित मदरसे में ले गया। जहां काजी व मौलवी के साथ मिलकर पहले लड़की का नाम बदला। इसके बाद मुस्लिम समाज के मौजीज लोगों की मौजूदगी में दोनों का निकाह पढ़ा गया। बुधवार को मुस्लिम समाज के लोगोंद्वारा लड़की की तरफ से उच्च न्यायालय में सुरक्षा को लेकर याचिका अर्जी लगाई गई।
पुलिस की तमाम टीमें युवक व युवती की तलाश में जुटी हुई हैं। हमें पता चला है कि, उन्होंने उच्च न्यायालय में प्रोटेक्शन मांगा है, लेकिन न्यायालय १७ जून को सुनवाई करेगी। इस दौरान अगर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है तो उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा और लड़की के बयान करवाएं जाएंगे। – सुभाषचंद, डीएसपी हेडक्वार्टर
स्त्रोत : अमर उजाला