धूलिवंदनके दिन हिंदू जनजागृति समितिद्वारा प्रबोधन एवं दुर्घटनाग्रस्तोंकी सहायता !

चैत्र कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११४

  • डोंबिवलीके विक्रेताओं तथा नागरिकोंद्वारा अच्छा प्रतिसाद !

  • नेरूलकी पुलिसद्वारा सहकार्य !



धूलिवंदनके दिन दुराचरणके कारण होनेवाले विभिन्न सुर्घटनाग्रस्तोंको त्वरित सहायता प्राप्त हो, इस उद्देश्यसे बुधवारके दिन हिंदू जनजागृति समितिद्वारा मुंबई, नई मुंबई एवं रायगडमें प्रथमोपचार पथक आवागमन कर रहा था । होलीके कारण होनेवाले दुराचरणके विरोधमें मुंबई, नई मुंबई तथा डोंबिवली (ठाणे)में समितिद्वारा किए जानेवाले प्रबोधनको रंगविक्रेता एवं नागरिकोंद्वारा अच्छा समर्थन  प्राप्त हुआ एवं वे भी इस आंदोलनमें सम्मिलित हुए । समितिके समाजसहाय्य, राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति इन  उद्देश्योंके अंतर्हित यह उपक्रम आयोजित किया गया । दुराचरणकी मात्रा घट जाना !

पनवेल (रायगड)–  नए पनवेल तथा खांदा वसाहत परिसरमें प्रातः ९ से दोपहर ३ बजेतक यह पथक घूम रहा था । इस पथकमें समितिके डॉ. भरत बुगडेके मार्गदर्शनमें अन्य कार्यकर्ता  भी सहभागी हुए थे । हिंदू जनजागृति समितिके साथ- साथ समविचारी संगठनोंद्वारा भी इस संदर्भमें प्रबोधन किया गया । अतः इस परिसरमें इस वर्ष धूलिवंदनमें दुराचरणोंकी मात्रा न्यून होनेकी बात निदर्शनमें आई ।

मुंबई तथा नई मुंबई – आजकल हानिकारक रंग शरीरपर लगाना, गंदे पानीके रंगीत गुब्बरे फेंकना आदि अपचार होलिकोत्सवकी कालावधिमें अधिक मात्रामें होते हैं । इस दुाचरणको रोकने हेतु समितिद्वारा मुंबई तथा नई मुंबईमें लोगोंकाप्रबोधन किया गया । रंगपंचमीके अवसरपर होनेवाले अनुचित कर्मोंद्वारा सामाजिक एवं धार्मिक हानि न करें इस प्रकारका आवाहन समितिद्वारा ध्वनिक्षेपकसे किया गया ।  साथ ही इस संदर्भमें पत्रकोंका वितरण कर प्रबोधन भी किया गया । मुंबई स्थित गिरगांव, दादर, वरळी, परल, लालबाग, अंधेरी, घाटकोपर, भांडुपमें, साथ ही नई मुंबई स्थित कोपरखैराणे, घणसोली गांवमें, वाशी विभागमें समितिके प्रथमोपचार पथकके वाहनोंका आवागमन चल रहा था । इस समय कुछ रोगियोंपर प्राथमिक उपचार किए गए । इस आंदोलनको समाजद्वारा अच्छा समर्थन प्राप्त हुआ । उस समय अनेक लोगोंद्वारा रासायनिक रंगोंका उपयोग, प्लास्टिककी थैलिया फेंककर मारना, बलपूर्वक माल गुजारीके  अंश (किश्त)की मांग करना जैसे दुराचरणपर  प्रतिबंद लगानेके संबंधमें प्रतिक्रियां व्यक्त की गई ।

प्रतिक्रियाएं

रामभाई गुप्ता, कोपरखैराणे – ‘‘ यह अनुचित है कि, लोग बाह्य प्रदूषणकी ओर ध्यान न देकर धार्मिक उत्सवोंमें प्रदूषण ढूंढकर। धर्मकी ओर निर्देश करते हैं ।’’

वैभव साळुंखे, नई मुंबई -सभी ओर पानीका  अपव्यय अधिक मात्रामें हो रहा है,  किंतु पू. आसारामबापूद्वारा पाना खरीदकर उपयोगमें लाया गया , अतः उनकी दुष्कीर्ति की जा रही है ।

डोंबिवलीमें गुब्बारोंकी प्लास्टिककी थैलियां तथा रासायनिक रंग बेचनेपर प्रतिबंध !

डोंबिवली (जनपद ठाणे)-धर्मशिक्षाके अभावके कारण होली तथा धूलिवंदनके दिन समाजमें अधिक मात्रामें  दुराचार होते हैं । इस संदर्भमें हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकताओंद्वारा रंगविक्रेताओंका एवं नागरिकोंका प्रबोधन किया गया । आजकल रासायनिक रंगोंके कारण, साथ ही महिलाओंपर रंगोंके गुब्बारे फेंकना जैसे दुष्कृत्योंके  कारण कुछ भी आध्यात्मिक लाभ नहीं होते हैं; इसके विपरीत  युवापिढीकी हानि हो रही है एवं दुर्घटनाओं  की मात्रा बढ गई हैं । अतः यह उत्सव धर्मशास्त्रके अनुसार आदर्श पद्धतिसे मनाए ;इस प्रकारका प्रबोधन घर-घरमें जाकर समितिके कार्यकताओंद्वारा किया गया ।

प्रतिसाद :१. विक्रेताओंके पास जाकर इस संदर्भमें प्रबोधन किया जानेके पश्चात् अनेक विक्रेताओंने  गुब्बारोंकी थैलियां एवं प्लास्टिककी थैलियां बेचना बंद किया  !

२. गुब्बारे फेंकने हेतु प्लास्टिककी थैलियां लेनेके लिए आए एक युवकका प्रबोधन किया गया । तदनंतर उसने वह विषय स्वीकृत किया एवं वह भी समितिके कार्यकर्ताओंके साथ प्रबोधन करने गया ।

३. एक दूरचित्रवाणी संचके दुकानमें, दुकान मालिकने बताया कि, (शो-रूममें )‘सनातन-निर्मित होळी कशी साजरी करावी ?’ यह  दृक्श्राव्यचक्रिका निरंतर प्रदर्शित करेंगे ।

विशेषताएं 

हिंदू जनजागृति समितिका कार्य प्रशंसनीय  है ! – नेरुल पुलिस

नेरुल पूर्व एवं पश्चिममें कुछ लडके रंगोंकी थैलियां लोगोंपर फेंक रहे हैं तथा लोगोंको रोककर रंग लगा रहे हैं, यह बात समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा पुलिसके निदर्शनमें लाई जानेके पश्चात् पुलिस निरीक्षक गायकर तथा सुरुम इन पुलिसकर्मियोंने २० स्थानोसे रंगोंकी थैलियां अधिकारमें ली । उस समय पुलिस निरीक्षक गायकरने बताया, आपके कारण इन अनाचारोंका पता चला ,तथा  हम उसपर प्रतिबंध लगानेमें समर्थ रहे । हिंदू जनजागृति समितिका कार्य प्रशंसनीय  है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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