१. दीपावली के अवसरपर किया गया प्रबोधन
१. वर्धा में १५.१०.२०१४ को श्री. पवन माधमशेट्टीवारजी के निवास स्थानपर प्रदूषण मुक्त दीपावली कैसे मनाएं ?, इस विषयपर प्रबोधन किया गया ।
२. वर्धा स्थित अजिंठा विद्यालय, सिंदी मेघे और मुक्तागंण विद्यालय, हिंगणघाट में पटाखोंसे होनेवाले दुष्परिणाम, इस विषयपर प्रबोधन किया गया । दोनों विद्यालयोंके १५० विद्यार्थियोंने इस प्रबोधन का लाभ उठाया । सिंदी मेघे के प्रबोधन का समाचार लोकमत, पुण्यनगरी, तरुण भारत समाचार पत्रोंमें प्रकाशित हुआ ।
३. वर्धा, हिंगणघाट एवं गडचिरोली में १५ स्थानोंपर प्रवचन हुए । इन प्रवचनोंका लाभ ३५० महिलाओंने उठाया । इस समय महिलाओंने दीपावली सात्विक पद्धति से तथा धर्मशास्त्र समझकर मनाने का निश्चय किया ।
४. शरद पूर्णिमा के अवसरपर हनुमान मंदिर, गिताई नगर, वर्धामें सेवानिवृत्त अभियंता एवं अधिकारी एकत्रित हुए थे । उस समय श्रीमती मंदा डगवारने दीपावली त्यौहार की जानकारी देकर प्रबोधन किया । ४० जिज्ञासुओंने इस प्रबोधन का लाभ उठाया ।
२. आकाशवाणी से दीपावली त्यौहार के विषय में प्रबोधनात्मक प्रवचन
वर्धा के आकाशवाणी केन्द्र से १४.१०.२०१४ को श्रीमती मंदा डगवार ने धर्मशास्त्र समझकर दीपावली मनाने के विषय में प्रबोधन किया । इसके लिए आकाशवाणी केन्द्र की ओर से संस्था को आमन्त्रित किया गया था । विषय सुनने के पश्चात वहांके व्यवस्थापक ने ऐसे विषय बार-बार प्रसारित करने हेतु कहा ।
३. वर्धा, यवतमाळ और अकोला में दीपावली के विषय में प्रबोधनात्मक पत्रकोंका वितरण किया गया तथा भीतपत्रक भी लगाए गए ।
४. हिन्दुत्वनिष्ठ, अर्पणदाता तथा शुभचिन्तकोंको शुभेच्छापत्र देना – पुसद, कारंजा तथा यवतमाळ के हिन्दुत्वनिष्ठ, अर्पणदाता तथा शुभचिन्तक इस प्रकार कुल ३० व्यक्तियोंसे भेंटकर दीपावली के निमित्त प्रबोधनात्मक प्रवचन शुभेच्छापत्र देकर शुभकामनाएं दी गइं ।
५. धर्मप्रसार कार्य में धर्माभिमानियोंका सक्रिय सहभाग
५ अ. पटाखेविक्रेताओंको निवेदन
१. यवतमाळ जनपद स्थित कारंजा में धर्मशिक्षा वर्ग के ६ धर्माभिमानियोंने पटाखोंके माध्यम से होनेवाला देवताओंका अनादर रोकने के लिए ४० पटाखे विक्रेताओंको निवेदन देकर प्रबोधन किया गया ।
२. अकोला के धर्मशिक्षा वर्गके ७ धर्माभिमानियोंने पटाखोंके माध्यम से होनेवाला देवताओंका अनादर रोकने के लिए ३५ पटाखे विक्रेताओंको निवेदन देकर प्रबोधन किया गया ।
५ आ. स्वयं सनातन प्रभात के सदस्य बनकर अन्योंको सदस्य बनने हेतु प्रोत्साहित करनेवाले बडनेरा, अमरावती के सक्रिय हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. जयकुमार आहुजाजी को हिंन्दी मासिक सनातन प्रभात का सदस्य बनने हेतु सम्पर्क किया गया । उस समय वह स्वयं सदस्य बने तथा उसी समय अन्य परिचित लोगोंको दूरभाषकर वहां आमन्त्रित किया । कुछ लोगोंको दूरभाषपर ही सनातन प्रभात का महत्व बताया । उस समय हिन्दी मासिक सनातन प्रभात के कुल ९ सदस्य बने ।
५ आ १. श्री. आहुजाद्वारा बडनेरा में होनेवाली बैठक में समिति को आमन्त्रित कर बैठक में युवकोंको समिति के उपक्रमोंके विषय में जानकारी दी जाना : बडनेरा, अमरावती में कुछ हिन्दू युवकोंने एक बैठक का आयोजन किया था । श्री बडनेरा को इस बैठक के विषय में जानकारी मिलते ही उन्होंने समिति को भी वहां आमन्त्रित किया । बैठक के उपरान्त उन्होंने युवकोंको सनातन प्रभात का महत्व एवं समिति के कार्य के विषय में समझाया । वहां भी २ लोग हिन्दी मासिक सनातन प्रभात के सदस्य बने । इस बैठक में लगभग ५० युवक उपस्थित थे । इसमें श्री. किरण दुसे ने हिन्दू जनजागृति समिति के उपक्रमोंके विषय में जानकारी दी ।
६. विद्यालय की सर्व शिक्षिकाओंको सात्विक उत्पादनोंका महत्व बताकर उत्पादन उनतक पहुंचानेवाली हिन्दुत्वनिष्ठ शिक्षिका श्रीमती फुलाडी कारंजा, अमरावती की सनातन प्रभात की पाठक और हिन्दुत्वनिष्ठ शिक्षिका श्रीमती फुलाडी ने विद्यालय के सर्व शिक्षकोंको सात्विक उत्पादनोंका महत्व बताया एवं वितरक को अपने साथ ले जाकर शिक्षकोंतक सनातन पंचांग एवं सात्विक उत्पादन पहुंचाए ।
७. पशुवधगृह के विरोध में कृति एवं जागृति करने के लिए हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं सम्प्रदायोंकी एकत्रित बैठक में आयोजन : अमरावती नगर में १७.१०.२०१४ को पशुवधगृह के विरोध में कृति एवं जागृति करने के लिए हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं संप्रदायोंने एकत्रित बैठक का आयोजन किया था । इनमें वेद सेवा प्रतिष्ठान, पशुधन बचाओ समिति, जैन संप्रदाय, विश्वजागृति मिशन, छावा संगठन, इस्कॉन, गौरक्षा दल, बजरंग दल एवं योग वेदांत सेवा समिति के कार्यकर्ता तथा धर्माभिमानी इस प्रकार कुल २८ लोग सम्मिलित हुए थे । गोरक्षा का कार्य करने के लिए गोरक्षा समिति की स्थापना की गई । इस बैठक में गांव-गांवमें प्रोजेक्टरद्वारा जनजागृति करना, पशुवधगृहोंके विरुद्ध परिवाद करना, मोर्चा निकालना, खुले जानवरोंके लिए गोरक्षा, आर्थिक कोष, सम्पर्क तन्त्र का निर्माण एवं मुख्यमंत्री से भेंट आदि उपक्रम निश्चित किए गए तथा इस विषय के नियोजन हेतु पाक्षिक बैठक आयोजित की गई ।
७ अ. पशुवधगृहोंके विरुद्ध की बैठक में सक्रिय सम्मिलित होनेवाले योग वेदांत सेवा समितिके श्री. मानव बुद्धदेवअमरावती नगर की योग वेदांत सेवा समिति के श्री. मानव बुद्धदेव को जब अमरावती के पशुवधगृहोंके विरुद्ध ली जानेवाली बैठक के विषय में बताया, तब वह स्वयं योग वेदांत सेवा समिति के अन्य ३ पदाधिकारियोंको लेकर बैठक में पहुंचे एवं उन्होंने जय गुरुदेव संप्रदाय, जलाराम सत्संग मंडल के प्रतिनिधियोंसे समय लेकर समिति के कार्यकर्ताओं सहित सम्पर्क हेतु पहुंचे ।
– श्री. श्रीकांत पिसोळकर, अकोला
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात