केरल में एक अल्पसंख्यक समुदाय के पुलिसवाले ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए पहले तो अपनी महिला पुलिस सहकर्मी को बुरी तरह पीटा और फिर चाकू से वार कर उसे घायल कर दिया। जब उस पुलिसवाले का इससे भी मन नहीं भरा तो उसने महिला पुलिसकर्मी को जिंदा जला दिया।
आरोपी ने पहले महिला सहकर्मी को अपनी कार से टक्कर मारकर सडक पर गिरा दिया, फिर उसपर चाकू से वार किया और अंत में उसे आग लगा दी। महिला पुलिसकर्मी ने मौके पर ही दम तोड दिया।
यह घटना अलप्पुझा के मावेलिकेरा में उस समय घटी, जब ३२ साल की सौम्या पुष्पाकरन अपने घर से वल्लिकुन्नू पुलिस थाने काम पर जा रही थीं। अलुवा ट्रैफिक पुलिस स्टेशन में तैनात उसके दोस्त और सहयोगी अजाज ने अपनी कार से दोपहिया वाहन पर सवार सौम्या को टक्कर मारी।
सौम्या ने जैसे ही उठ कर भागने की कोशिश की, तभी अजाज ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। जब वह फिर से जमीन पर गिर गई, तब उसने उस पर पेट्रोल उड़ेल दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। पुष्पाकरन पास के एक घर में भागी और वहां गिर पड़ी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
इस दौरान अजाज भी झुलस गया और उसे हिरासत में ले लिया गया है। उसे यहां पास में स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुष्पाकरन के तीन बच्चे हैं। इस घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच की जा रही है ।
ग्रैजुएट सौम्या का २०१४ में केरल पुलिस में चयन हुआ था और त्रिशूर स्थित केरल पुलिस अकादमी में महिला सिविल पुलिस अधिकारी के ११वें बैच का हिस्सा बनी थीं। उन्होंने मार्च २०१५ में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली थी। ट्रेनिंग के आखिरी सेशन के दौरान आरोपी अजाज ट्रेनिंग देने के लिए हवलदार के रूप में आया था। उसने दो से तीन महीने तक टीम को ट्रेनिंग दी थी। इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी थी।
एक इंवेस्टिगेशन ऑफिसर ने कहा, ‘सौम्या का पति विदेश में रहता है। अजाज ने सौम्या को अपने साथ रहने के लिए दबाव डाला लेकिन सौम्या ने इनकार कर दिया और उससे दूरी बना ली। संभवत: इसी वजह से उसने सौम्या पर हमला किया हो, हालांकि हमने अभी आरोपी का बयान नहीं लिया है और हमें जानकारी को क्रॉसचेक करना होगा।’
स्त्रोत : आज तक