चैत्र कृष्ण ४ / ५ , कलियुग वर्ष ५११४
कन्याकुमारी,३० मार्च – कन्याकुमारी जनपदके थिक्कनानकुडू गांव स्थित अयप्पा मंदिरमें २८ मार्चसे ३ एप्रिल तककी कालावधिमें हिंदू धर्म परिषदका आयोजन किया जा रहा है । इस परिषदमें सनातन एवं हिंदू जनजागृति समिति भी सम्मिलित हुए हैं । हिंदुत्वनिष्ठ श्री.राधाकृष्णन्जीने इस परिषदका आयोजन किया है । २८ तथा २९ मार्चको हिंदू जनजागृति समिति एवं सनातन द्वारा प्रस्तुत विषयसे प्रभावित हिंदू धर्माभिमानियोंने कन्याकुमारी जनपदमें समिति तथा सनातनका कार्य अनुकरण करना प्रारंभ किया ।
१. २९ मार्चको, सुबहके सत्रमें उपस्थित हिंदू धर्माभिमानियोंको समितिके कार्यसे परिचय करानेके लिए दृव्-श्राव्य चक्रिका दिखाई गई । इसके द्वारा समिति कर रही, गोहत्या आदि समस्याओंके विरोधमें हो रहे कार्यके विषयमें जानकारी दी गई।
२. दोपहरके सत्रमें थिरूवन्नामलाईके योगी रामसुरत कुमारजीकी शिष्या पू.ओमप्रकाश स्वामीनीअम्माजीसे समितिके कार्यकर्ता एवं धर्माभिमानियोंने भेंट की । समितिके माध्यमसे दो महिला (श्रीमती उमा रविचंद्रन एवं श्रीमती रागिनी प्रेमनाथ) धर्मप्रसार हेतु घरसे बाहर निकली हैं, यह देखकर उन्होंने आनंद व्यक्त किया । पू.स्वामीनीअम्माजीने इस कार्यको आशीर्वाद देते हुए कहा कि भविष्यमें अन्य जगह व्याख्यान देने हेतु किसी दूसरी जगह आपको आमंत्रित करेंगे,।’ ऐसा भी कहा। स्वामीनीअम्मांजीने उनके मस्तिष्कके जांच के की (स्कॅन) ब्यौरेकी प्रतिलिपी दिखाई । उसपर त्रिशूल तथा देवताओंके चित्र अंकित हुए थे।
४. शामके सत्रमें समितिकी कार्यकर्ता श्रीमती रागिनी प्रेमनाथजीने, ‘राज्यके मंदिरों, तथा लव्ह जिहाद, गोहत्याकी समस्याओंपर उपाय,’ इस विषयपर मार्गदर्शन किया ।
५. इस परिषदके आयोजक श्री. राधाकृष्णन्जीने बताया कि वे उनके दो कार्यकर्ताओंको, कन्याकुमारी जनपदमें हिंदू जनजागृति समितिका प्रसार करने हेतु भेज रहे हैं । साथ ही उन्होंने यह भी इच्छा व्यक्त की कि धर्मशिक्षा के फ्लेक्स फलक कन्याकुमारी जनपदमें अधिकसे अधिक लगाए जाएं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
चैत्र कृष्ण ३ , कलियुग वर्ष ५११४
आयोजक श्री.बालकृष्णन्द्वारा सनातन एवं हिंदू जनजागृति समितिके विषयमें गौरवोद्गार
श्री.बालकृष्णन्ने कहा, 'जब मैं महाविद्यालयमें था, उस समय मैंने हिंदुत्ववादी संगठनोंका कार्य समीपसे देखा है; परंतु सनातन संस्था एवं हिंदू जनजागृति समितिके समान कार्य कोई नहीं कर रहा है । दोनो संगठन केवल भाषणबाजी नहीं करते, अपितु प्रत्यक्ष उस प्रकारसे कार्य करते हैं । सनातन एवं हिंदू जनजागृति समितिके कार्यका विस्तार केवल कन्याकुमारीमें ही नहीं अपितु; पूरे तमिलनाडू राज्यमें बढना चाहिए । श्री.बालकृष्णन्ने सभाके लिए उपस्थित धर्माभिमानियोंको समितिद्वारा लगाए गए धर्मशिक्षाके फलक अवश्य देखनेका आवाहन किया है ।
तमिल भाषाके फलकपर लिखे गए कुछ वाक्य-
-
' हिंदुओ, संगठित हों जाइए ! आइए, रामराज्य स्थापित करें !
-
' हिंदू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था आपको हार्दिक रूपसे आमंत्रित करती है ।
-
' आइए, सहयोग कीजिए ! हिंदू राष्ट्र स्थापित करनेके लिए संगठित हो जाइए !
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात