धुळे : यहां के ७० से ८० धर्मांधों ने १८ जून २०१९ की रात के लगभग ९ बजे गोरक्षक श्री. विकास गोमसाळे एवं श्री. मयुर विभांडिक की ऑटो को रोक कर उन पर जानलेवा हमला किया ! ‘‘इन्हींके कारण हमारा गोमांस का धंधा चौपट हो रहा है, इनको खत्म करो’, ऐसा कहते हुए धर्मांधों ने उनके साथ बहुत मारपीट की ! उसमें ये दोनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं, साथ ही धर्मांधों के इस गिरोह ने उनके हाथ की सोने की अंगुठियां, गले की सोने की शृंखला, जेब में रखी गई नगदी, भ्रमणभाष सब लूट लिया !
ये दोनों गोरक्षक वडजाई मार्ग से अपने ऑटो से जा रहे थे, तब अमजद नामक एक युवक ने उनके सिर को पिस्तौल लगाकर उनकी ऑटो को रोक लिया। इस आक्रमण के विरोध में एवं आक्रमणकर्ताओं को तुरंत पकडने की मांग को लेकर यहां के समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने मोर्चा निकाला। !
१९ जून २०१९ को दोपहर ४ बजे छत्रपति श्री शिवाजी महाराज स्मारक, मनोहर टॉकीज से भव्य निषेध मोर्चा निकाला गया। इस मोर्चे में विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओंसहित १ सहस्र २०० से भी अधिक धर्मप्रेमी सहभागी थे ! अंत में पुलिस अधीक्षक विश्वासराव पांढरे को मांगों का लिखित ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
क्षणिका
१. जब मोर्चा पुलिस थाने के परिसर में आ गया, तब एक धर्मांध युवक ने मध्यभाग में खडे रहकर सभी हिन्दुओं के छायाचित्र खींचने का प्रयास किया। (धूर्त धर्मांध ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) यह जब हिन्दुओं के ध्यान में आया, तब उन्होंने उसे वहां से हटा कर पुलिसकर्मियों को सौंपा !
२. इस मोर्चा को संरक्षण देने हेतु पुलिस प्रशासन की ८ से भी अधिक गाडियां और १५० से भी अधिक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी।
३. मोर्चा के समय परिसर में धर्मांधों की दुकाने बंद थीं। (हिन्दुओं के संगठित होने पर धर्मांधों में उनकी ओर कुदृष्टि रखने का साहस नहीं होगा, यही इससे ध्यान में आता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा की गई मांगें
१. धुळे नगर में खुलेआम गोहत्या की जाती है। एक पशुवधगृह में प्रतिदिन ४० से भी अधिक गोवंश काटा जाता है; किंतु पुलिस प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता ! जिस क्षेत्र से संबंधित पुलिस थाने के परिसर में इस प्रकार से गोहत्याएं होती हों, उस क्षेत्र से संबंधित पुलिस अधिकारी के विरोध में कार्रवाई कर उसे दंडित किया जाए। उस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, हमने कुछ पुलिस अधिकारियों के विरोध में कार्रवाई की है औरआगे भी करते रहेंगे !
२. जहां हिन्दूबहुसंख्यक बस्ती है, उन भागों में, साथ ही हिन्दुओं के त्योहारों के समय धर्मांध जानबूझकर बडी मात्रा में गोहत्या करते हैं ! इससे हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं ! ऐसे धर्मांधों के विरोध में मोक्का कानून के अंतर्गत कार्रवाई की जानी चाहिए !
मान्यवरों की प्रतिक्रियाएं
१. श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. संजय शर्मा : धर्मांधोंद्वारा हिन्दुओं को मारने का षड्यंत्र रचा जा रहा है ! अभीतक न जाने कितने गोरक्षकों पर प्राणांतिक आक्रमण किए गए; किंतु आक्रमणकर्ताओं के विरोध में किसी भी प्रकार की कठोर कार्रवाई नहीं की गई !
२. पूर्व पार्षद श्री. मनोज मोरे : हिन्दुत्वनिष्ठों पर प्राणांतिक आक्रमण करनेवाले धर्मांधों के विरोध में कानून की कठोर धाराएं लगाई जानी चाहिए !
३. पूर्व पार्षद श्रीमती जयश्री अहिरराव : धर्मांध हिन्दू लडकियों के अपहरण का प्रयास कर रहे हैं ! हिन्दू बस्ती चालीसगांव मार्ग पुलिस थाने में एवं जिस क्षेत्र में दंगा हुआ, उस क्षेत्र के पुलिस थानों में एक भी पुलिसकर्मी नहीं होता और रात में जो पुलिसकर्मी होता है, वह पूर्णरूप से नशे में होता है ! पुलिस थाने में ऐसे पुलिसकर्मियों को नियुक्त कर उससे क्या लाभ होगा ? (पुलिस थानों की ही यदि ऐसी स्थिति हो, तो जनता की रक्षा कैसे होगी ? ऐसे व्यसनी पुलिसकर्मियों के विरोध में कठोर कार्रवाई करने के साथ ही पुलिस थानों की स्थिति में सुधार लाने हेतु सरकारद्वारा प्रयास होना अपेक्षित ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
पुलिस अधीक्षकद्वारा हिन्दुओं के सहिष्णु होने की स्वीकृति !
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘हम हिन्दुओं की भावनाओं को समझ सकते हैं ! आप सभी का मैं इसलिए अभिनंदन करता हूं कि कल आपने किसी भी प्रकार का अनुचित कृत्य न कर शांति रखी ! हमारा पुलिस प्रशासन आपके साथ है। हम इसके आगे एक भी गाय काटी नहीं जाए, इसके लिए प्रयास करेंगे !’’(पुलिस अधीक्षक गोरक्षा के साथ गोरक्षकों पर आक्रमण करनेवाले धर्मांधों के विरोध में भी कठोर कार्रवाई करें, यही हिन्दुओं की अपेक्षा है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात