देश में उत्तर प्रदेश के कैराना के बाद अब उसी प्रदेश का मेरठ शहर अखबारों की सुर्खियों में है ! वजह यहां से बडी तादाद में हिन्दू परिवारों के पलायन का मुद्दा जोर पकडता जा रहा है !
मेरठ (उत्तर प्रदेश) : देश में उत्तर प्रदेश के कैराना के बाद अब उसी प्रदेश का मेरठ शहर अखबारों की सुर्खियों में है ! वजह यहां से बडी तादाद में हिन्दू परिवारों के पलायन का मुद्दा जोर पकडता जा रहा है ! देखते-देखते हर बीतते दिन के साथ ये खबर पूरे देश में मे आग की तरह फैल गई ! इस पूरे प्रकरण की तह तक पहुंचने के लिए झी न्यूज की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर इस कहानी की पूरी इनसाइड स्टोरी को जानने और खंगालने का जब प्रयास किया तो कई चौंकानेवाले और डरानेवाले तथ्य सामने आए !
जब झी न्यूज की टीम प्रह्लाद नगर कालोनी पहुंची तो लगभग हर गली के ताला जडे मकानों के बाहर वो बोर्ड लगा मिला जिस पर लिखा था कि ‘ये मकान बिकाऊ है’ और साथ ही उस मकान के मालिक का मोबाइल नंबर भी साथ ही लिखा हुआ था। हम इस मोहल्ले के सबसे पुराने मंदिर गीता भवन पहुंचे जहां सुबह से ही काफी लोग जमा थे। उन लोगों से बातचीत शुरू की हमने तो एक-एक करके परिवारों के पलायन की कहानी के पीछे की वजहों से पर्दा उठना शुरू हुआ !
यहां मौजूद एक शख्स वृजराज गुप्ता बताते हैं, “आए दिन मोहल्ले की महिलाओं, बेटियों से छेडखानी की घटनाएं आम बात हो गई थी। मोहल्ले की गलियों में धर्मांधों के लडके बेखौफ हुडदंगबाजी, बाइक स्टंट किया करते हैं और इन सभी बातों और वारदातों से परेशान होकर इन्होने अपना यहां का घर बेच दिया और परिवार सहित मेरठ के किसी दूसरे मुहल्ले में जाकर बस गए !”
एक और शख्स बताते हैं कि, सन १९४७ में देश की आजादी के दौरान बंटवारे के बाद मेरठ की ये कॉलोनी रिफ्यूजी कॉलोनी के रूप में बसाई गई जिसको जहां जगह मिली उसने वहां अपना घर बनाया . . . क्या एक बार फिर हम लोगों को यहां से जाने के हालात उत्पन्न हो रहे हैं ?
गलियों से गुजरते हुए हमारी टीम की मुलाकात ट्यूशन पढ़कर लौट रही इसी मोहल्ले की दो बच्चियों से हुई। उन्होंने हमें बताया, “मोहल्ले की सडकों पर आज के दिन में जो हालात हैं, वैसी स्थिति में अभिभावक हमें अकेले घर से निकलने देने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं ! आए दिन बाहरी लडके बाइकों पर गलियों मे चक्कर लगाते हैं और परेशान करते हैं, वो किसी से नहीं डरते !”
मेरठ के इस मुहल्लेवासियों का आरोप है, “दिन निकलने के साथ ही धर्मांध युवक बाइकों पर तेज हॉर्न के साथ स्पीड से निकलते हैं ! युवतियों पर फब्तियां कसना और मारपीट करना इन युवकों का शगल बन चुका है ! जो मोहल्ला पहले कभी मेरठ की शान हुआ करता था आज उसी मुहल्ले में तरक्की पसंद व्यक्ति रहने को तैयार नहीं है !”
इस मोहल्ले का घर बार बेचकर दूसरी जगह बस चुके अशोक कथुरिया से भी हमारी मुलाकात हुई। वह बताते हैं, “२०१६ और २०१७ से लगातार मोहल्ले और उसके आसपास गुंडागर्दी और भय का माहौल बनानेवाले धर्मांध लडकों के खिलाफ जिलाधिकारी तक को लिखित शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक न तो कोई जवाब आया और न ही हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई हुई !”
स्थानीय लोगों ने निसाडी गेट थाना के पुलिसवालों पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “पुलिसवाले उन्हीं धर्मांधों से पैसा रुपये ले देकर हर बार मामला रफा दफा कर देते हैं !” यहां के बाशिंदे का दावा है कि, सिर्फ प्रह्लाद नगर में ही नहीं बल्कि इस मोहल्ले से सटी दूसरी कालोनियां जैसे कि स्टेट बैंक कॉलोनी, राम नगर, हरिनगर, इश्वरपुरी, विकासपुरी जैसे दर्जनों मोहल्ले ऐसे हैं जो इन धर्मांधों के कब्जे आ चुके हैं और हिन्दू परिवारों का पलायन हो चुका है !
स्त्रोत : झी न्यूज