गुरुग्राम की शीतला कॉलोनी में रहने वाली एक धर्मांध नर्स द्वारा हरिद्वार के एक इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी के बेटे के अपहरण की धमकी देकर एक करोड की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। घटना ८ जुलाई की है। मोल-भाव के बाद नर्स ने कारोबारी से ७५ लाख रुपये की डील फाइनल की, लेकिन गुरुवार सुबह डील पूरी होने से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने नर्स के साथ उसके साथी को भी गिरफ्तार कर लिया।
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) शमशेर सिंह के अनुसार, सेक्टर-१४ में रहने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी सुनील पाहवा का हरिद्वार में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का कारोबार है। उन्हें ८ जुलाई की देर शाम किसी फिजा खान नामक लडकी का फोन आया था। इसमें फिजा ने कारोबारी को धमकाते हुए कहा था कि वह एक करोड की रकम दे दे, अन्यथा उसके बेटे का अपहरण कर लिया जाएगा। इस फोन कॉल से कारोबारी पहले तो डर गया और आरोपियों से मोल-भाव करने लगा। आखिर में ७५ लाख रुपये पर डील तय हो गई। इसी दौरान कारोबारी ने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी।
कारोबारी से रंगदारी मांगने की सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकिल ने अपराध शाखा की टीम को सक्रिय कर दिया। इसके बाद चारों ओर से घेराबंदी करने के बाद कारोबारी को डील पूरी करने के लिए आरोपियों द्वारा बताए स्थान पर भेजा गया। इफको चौक के पास जैसे ही आरोपी पीडित से रकम लेने पहुंचा, पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया।
फिजा खान उर्फ नसरीन ने रचा षडयंत्र
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी की पहचान संभल, उत्तर प्रदेश के रहने वाले मुस्तकिम खान के रूप में हुई है। उसने बताया कि इस वारदात के लिए मथुरा की रहने वाली फिजा खान उर्फ नसरीन ने षडयंत्र रचा था। वह इस समय कारोबारी के बेटे के अपहरण के लिए रेकी करने सेक्टर-१४ मार्केट गई है। इस सूचना पर पुलिस ने सेक्टर-१४ मार्केट से फिजा खान को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी फिजा खान एसजीटी विश्वविद्यालय से नर्सिंग का कोर्स करने के बाद अपने घर से ही जरूरतमंद लोगों को नर्सिंग की सेवा दे रही थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
स्त्रोत : लाइव हिन्दुस्थान