प्रयागराज : धूमनगंज के मरियाडीह में शनिवार को दबिश को पहुंची पुलिस टीम पर हमला हुआ। उपद्रवियों ने गोकशी के मामले में वांछित चल रहे आरोपी को पुलिस हिरासत से छुडवा लिया। इसके बाद वह अपने साथियों के साथ फरार हो गया। हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कई थानों की फोर्स देर रात तक हमलावरों की तलाश में दबिश देती रही। एसपी क्राइम ने बताया कि गोकशी के मामले में मरियाडीह निवासी नुरैन वांछित चल रहा है। शनिवार शाम को उसके घर में होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस टीम ने उसे पकडने के लिए बमरौली चौकी इंचार्ज के नेतृत्व में आठ पुलिसकर्मीयों ने दबिश देकर उसे पकड लिया।
Ashutosh Mishra, SP Crime, Prayagraj: Seven police personnel were injured in attack by villagers when they went to arrest a man wanted in a case of cow smuggling. Strict action will be taken and those involved in the attack will be arrested soon. (13.07.19) pic.twitter.com/JO9CXeiky2
— ANI UP (@ANINewsUP) July 14, 2019
इसके बाद जैसे ही पुलिस उसे साथ लेकर जाने लगी, वहां सैकडों लोग जुट गए और पुलिस की टीम को घेर लिया। इनमें बडी संख्या में महिलाएं भी थीं। पुलिस कुछ करती, इससे पहले ही उस पर लाठी-डंडों व ईंट-पत्थर से हमला बोल दिया गया। ईंट-पत्थर चलते देख पुलिसकर्मी पीछे हट गए। जिसके बाद भीड में शामिल कुछ युवकों ने नुरैन को जबरन पुलिस हिरासत से छुडवा लिया और फिर उसे लेकर भाग निकले।
बम्हरौली चौकी प्रभारी नित्यानंद सिंह आरोपी को पकडने दौडे तो भाग रहे युवकों ने फायरिंग की। जिससे उन्हें पीछे हटना पडा। किसी तरह खुद को व टीम को बचाकर उन्होंने मामले की जानकारी अफसरों को दी तो हडकंप मच गया। इसके बाद सीओ सिविल लाइंस ने आधा दर्जन थानों की फोर्स और पीएसी लेकर मौके पर पहुंच गए। भारी फोर्स को देखते ही गांव में भगदड मच गई। हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें एसआई नित्यानंद के अलावा कांस्टेबल कृष्णानंद, दीपक कुमार व दीपक भारद्वाज के अलावा तीन अन्य जवान शामिल हैं।
सभी को इलाज के लिए कॉल्विन अस्पताल पहुंचाया गया। धूमनगंज पुलिस ने मामले में २० नामजद व घर की अज्ञात महिलाओं के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकारी काम में बाधा डालना, बलवा समेत अन्य आरोपों में रिपोर्ट दर्ज की गई। उधर पुलिस टीम पर हमले की खबर मिली तो अफसरों में भी हडकंप मचा। पुलिस ने बताया कि नुरैन पर इसी साल मार्च में गोवध अधिनियम का मामला दर्ज किया गया था। तबसे वह फरार चल रहा था।
स्त्रोत : झी न्युज