हिन्दू महासभा एवं समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) : लेखिका एवं कवयित्री अशी कलिम ने ७ जुलाई को सामाजिक प्रसारमाध्यम ट्विटर पर श्रीकृष्ण, श्रीराम, सीता, ब्रह्माजी एवं सरस्वती इन हिन्दुओं के देवी-देवताओं के संदर्भ में अत्यंत नीचले स्तर की अश्लाघ्य भाषा में टिका-टिप्पणी कर उनका घोर अनादर किया। इस अनादरयुक्त लेखन के कारण मेरी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं ! अतः पुलिस प्रशासन अशी कलिम के विरोध में धार्मिक भावनाएं आहत करने के प्रकरण में धारा १५३ एवं २९५ (अ) के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर कठोर कार्रवाई करें ! हिन्दू महासभा की महिला प्रकोष्ठ की जिला उपाध्यक्षा श्रीमती श्रीमती रेखा दुधाणे ने यहां के लक्ष्मीपुरी पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक श्री. वसंत बाबर के पास परिवाद प्रविष्ट किया।
इस अवसर पर श्रीमती रेखा दुधाणे के साथ समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। पुलिस निरीक्षक ने इस संदर्भ में उनके वरिष्ठों से चर्चा कर एवं अधिक जानकारी लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। (हिन्दुओं की देवी-देवताओंपर अत्यंत हीन स्तर की भाषा में टिका-टिप्पणी करनेवाली कवयित्री अशी कलिम के विरोध में परिवाद प्रविष्ट करनेवाली हिन्दू महासभा की श्रीमती रेखा दुधाणे का अभिनंदन ! हरएक हिन्दू को श्रीमती रेखा दुधाणे का आदर्श सामने रखना चाहिए और वैधानिक पद्धति से निषेध प्रविष्ट करना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस अवसर पर हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष श्री. मनोहर सोरप, शहराध्यक्ष श्री. जयवंत निर्मळ, शहर उपाध्यक्ष श्री. संतोष पवार, श्री. शरद माळी, महिला आघाडी की जिल्हाध्यक्षा श्रीमती सुवर्णा पवार, शहराध्यक्षा श्रीमती मनीषा पवार, श्रीशिवप्रतिष्ठान, हिंदुस्थान के श्री. शरद माळी, शिवसेना करवीर तालुकाप्रमुख श्री. राजू यादव एवं श्री. किशोर घाटगे, विश्व हिंदु परिषद के शहराध्यक्ष श्री. अशोक रामचंदानी, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी आदि उपस्थित थे।
श्रीमती रेखा दुधाणेद्वारा प्रविष्ट किए गए परिवाद में कहा गया है कि . . . .
१. मैं धर्म से हिन्दू हूं एवं मुझ में हिन्दू धर्म, हिन्दू धर्म की सभी देवी-देवताएं एवं संतों के प्रति श्रद्धा है !
२. लेखिका अशी कलिम ट्विटर पर लिखती हैं, ‘‘श्रीकृष्ण ने १६ सहस्र महिलाओं के साथ बलात्कार किया था, साथ ही वह राधा के साथ ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में था ! सीता स्वयंवर के पश्चात उसका अपहरण किया गया था। उसके पश्चात सीता अग्निपरीक्षा के पश्चात भाग गई थी ! सरस्वती एवं ब्रह्मदेव ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में थे ! शंकर अपने ही लडके का सर अलग क्यों करेंगे ? पिता ब्रह्मा ने अपनी पुत्री सरस्वती के साथ बलात्कार किया था ! लव-कुश का पिता रावण है ! सीता जब अरण्य में थी, तब वाल्मिकि उसका पति था ! अतः जिन देवताओं को उनकी पत्नियों की जानकारी नहीं है, उनका पूजन करना बंद करें ! ऐसे देवताओं के बलात्कारों की कई कथाएं हैं !”
३. ये व्यक्ति (अशी कलिम) ऐसी हिन्दूद्वेषी हैं एवं उसने जानबूझकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए हीं इस प्रकार के ट्विट किए हैं ! इसके कारण धार्मिक सद्भाव बिगड कर सामाजिक शांति पर संकट उत्पन्न हुआ है, साथ ही दो धर्माें में शत्रुता उत्पन्न हो रही है ! अतः संबंधित व्यक्ति के विरोध में भारतीय दंडसंहिता में विद्यमान उचित धारा के अनुसार तत्काल एवं कठोर कार्रवाई की जाए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात