महबूबा ने फिर उगला जहर, ‘35ए से छेडछाड बारूद को हाथ लगाने जैसा, पूरा जिस्म राख हो जाएगा !’

जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) आज (जुलाई २८, २०१९) को अपना २०वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ३५ए के साथ छेडछाड करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा। उन्होंने कहा, जो हाथ ३५ए के साथ छेडछाड करने के लिए उठेंगे, वो हाथ ही नहीं वो सारा जिस्म जल के राख हो जाएगा।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम अपनी आखिरी सांस तक कश्मीर की रक्षा करेंगे। पीडीपी कभी समाप्त नहीं होगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के लिए शहीद हुए लोगों को याद करने की जरूरत है। हमें एक बडी लडाई के लिए तैयार रहने की जरूरत है। चुनाव आते हैं और चले जाते हैं लेकिन असली लडाई जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के लिए लडना है। हम राज्य की स्थिति को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।

महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘हमने उनसे (केंद्र सरकार) कहा कि दिनेश्वर शर्मा को मध्यस्थ बनाया जाए। हमने रमजान में संघर्ष विराम सुनिश्चित कराया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हमें अच्छे रिजल्ट की उम्मीद थी लेकिन दूसरे पक्ष से ऐसा कुछ नहीं हुआ। ट्रंप कहते हैं कि कश्मीर समस्या का समाधान निकलेगा, इसलिए इमरान खान और नरेंद्र मोदी भी कह रहे हैं। मुफ्ती सईद भी अमन चैन और वार्ता चाहते थे।’

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ‘अपने पास जो है उसे कश्मीरियों को रक्षा करनी चाहिए। हमारे पास संविधान है, हमारे पास ऐसा दर्जा है जिससे बाहरी लोग यहां प्रॉपर्टी नहीं खरीद सकते। आज हालत ऐसी है कि घाटी में डर का माहौल है, जम्मू कश्मीर बैंक को समाप्त कर दिया गया। धीरे धीरे वे सबकुछ खत्म करना चाहते हैं। उमर कहते हैं कि दिल्ली को ३५ए में दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए बल्कि सुप्रीम कोर्ट को यह मामला देखना चाहिए। हम दिल्ली से कहना चाहते हैं कि ३५ए से छेडछाड बारूद को छूने जैसा है।’

स्त्रोत : आज तक

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