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उत्तर प्रदेश में है समुद्र मंथन से निकले कल्पवृक्ष का यह मंदिर, भगवान कृष्ण ने किया था स्थापित

पूरे देश में कल्पवृक्ष सिर्फ ७ स्थानों पर ही लगा है और आठवां स्थान है मुरादाबाद का महाकालेश्वर मंदिर ! कहतें है कि, भगवान श्री कृष्ण ने इसे स्वर्ग से लाकर पृथ्वी पर स्थापित किया था !

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में महाकालेश्वर का एक मंदिर स्थित है जिसके परिसर में कल्पवृक्ष लगा हुआ है ! इस मंदिर का दर्शन करने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से आते हैं। सावन के अंतिम सोमवार के दिन इतने भक्त यहां जल चढाने आते हैं कि यहां पैर रखने की भी जगह नहीं होती है !

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मंदिर के आचार्य गणेश आनंद के अनुसार, कल्पवृक्ष के बारे में बताया जाता है कि, सतयुग में समुद्र मंथन से निकले १४ रत्नों में कल्पवृक्ष भी समुद्र से निकला था। इस पेड की खास बात ये है कि, इसकी जड ऊपर होती है और ऊपरी हिस्सा जमीन में होता है। पूरे देश में कल्पवृक्ष सिर्फ ७ स्थानों पर ही लगा है और आठवां स्थान है मुरादाबाद का महाकालेश्वर मंदिर ! कहतें है कि, भगवान श्री कृष्ण ने इसे स्वर्ग से लाकर पृथ्वी पर स्थापित किया था !

इस कल्पवृक्ष पर कलावा बांधने और जल चढाने से लोगों की हर मन्नत पूरी होती है

यह वृक्ष हिंदुस्तान में केवल हैदराबाद, गोलकुंडा किला, राष्ट्रपति भवन, प्रयागराज इलाहाबाद, कोलकाता और हरिद्वार में लगा हुआ है ! समुद्र मंथन में देवताओं को १४ रत्नों के साथ यह कल्पवृक्ष भी मिला था। मान्यता है कि, इस कल्पवृक्ष पर कलावा बांधने और जल चढाने से लोगों की हर मन्नत पूरी होती है !

७ बीघे में बना है यह मंदिर

आचार्य की मानें तो यहां बहुत दूर-दूर से लोग पूरे वर्ष दर्शन करने के साथ ही इस पर जल चढाने और कलावा बांधने भी आते हैं ! इस मंदिर का निर्माण करानेवाले ट्रस्टी महेश चंद अग्रवाल का कहना है कि, ७ बीघे में बने इस महाकालेश्वर मंदिर में भगवान शिव के पसंदीदा पेड़ भी लगाए गए हैं और यहां जल्द ही तिरुपति बालाजी के रूप में भी काफी बड़ा मंदिर स्थापित किया जा रहा है ! मंदिर आनेवाले श्रद्धालुओं का भी कहना है कि, वे जो मन्नत मांगते हैं वह पूरी होती है इसलिए वे यहां आते हैं !

इस मंदिर का निर्माण कराने वाले ट्रस्टी महेश चंद अग्रवाल.

स्त्रोत : न्यूज 18

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