अमेरिकी ड्रोन हमलों में केरल के एक जिहादी की मौत की खबर सामने आई है। दरअसल, मुहम्मद मुहसिन नाम का यह जिहादी इंजीनियरिंग का छात्र था जोकि २०१७ में लापता हो गया था। खबर के अनुसार, मुहम्मद मुहसिन केरल के मल्लपुरम जिले के इडप्पल का रहने वाला था। वो अफगानिस्तान चला गया था और उसने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ज्वॉइन कर लिया था। खबर यह भी है कि इस हमले में मुहम्मद मोहसिन के अलावा इस्लामिक स्टेट का एक अन्य कमांडर हुजैफा-अल-बकिस्तान भी मारा गया है। बकिस्तान के बारे में पता चला है कि वो भारतीय युवाओं को आतंक के रास्ते पर चलने के लिए भडकाता था।
मुहम्मद मुहसिन की मौत की खबर उसके परिजनों को व्हाटसएप के एक संदेश के जरिए मिली। वो संदेश मलयालम भाषा में लिखा था, “आपका भाई शहीद होना चाहता था। अल्लाह ने उसकी आकांक्षा के मुताबिक उसकी ख्वाहिश पूरी कर दी। १० दिन पहले हुए अमेरिकी सेना के ड्रोन हमले में वो शहीद हो गया।”
इसी संदेश में आगे लिखा था कि कृपया यह बात पुलिस को ना बताएँ, वर्ना वो आपके घर आकर आपको परेशान करना शुरू कर देंगे। आपका भाई ऐसा कुछ भी नहीं चाहता था। पुलिस के मुताबिक़, इस मैसेज में एक तस्वीर भी है, जिसमें मुहम्मद मुहसिन की डेडबॉडी दिखाई गई है। इस तस्वीर को देखकर मुहसिन के परिजनों ने उसकी पहचान कर ली है। इस बात का पता नहीं चल सका है कि यह फोटो कहाँ से आई है।
खबर में एक सरकारी आँकडे के अनुसार बताया गया है कि आतंकी संगठन को ज्वॉइन करने वाले अधिकतर लोग केरल के कन्नूर जिले से हैं। वहाँ क़रीब ४० लोग इस आतंकी संगठन में जा चुके हैं। इन ४० लोगों में ८ महिलाएँ भी शामिल हैं।
कन्नूर के अलावा कासरगोड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पलक्कड, एर्नाकुलम और थ्रिसुर के लोग भी इस आतंकी संगठन में शामिल हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर लोग सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन IS से प्रभावित हुए थे। ऐसा कहा जाता है कि IS से सहानुभूति रखने वाले मलयाली समूहों के अधिकतर सोशल मीडिया अकाउंट्स गल्फ देशों से चल रहे हैं। ये सभी समूह विशेष तौर पर केरल में रहने वाले मुस्लिमों पर अपना जाल फेंककर उन्हें फँसाते हैं।
स्त्रोत : आॅप इंडिया