चैत्र कृ. १४ , कलियुग वर्ष ५११३
बार्इं ओरसे समितिके श्री. अजय संभूस, विहिंपके अधिवक्ता श्री. मनोज रायच्या, शिवसेना भिवंडीतालुका प्रमुख श्री. विश्वास थले, भाजपके भिवंडी तालुका प्रमुख श्री. श्यामजी अग्रवाल
भिवंडी (महाराष्ट्र), २० मार्च (वृत्तसंस्था) – हिंदु जनजागृति समितिद्वारा भिवंडीके रोटरी क्लब सभा भवनमें प्रस्तावित(अंध)श्रद्धा निर्मूलन कानूनके विरोधमें पत्रकार परिषद आयोजितकी गई । इस परिषदमें बोलते समय शिवसेनाके भिवंडी तालुकाप्रमुख श्री. विश्वास थलेनेकहा कि सत्यनारायण पूजा, पंढरपुरवारी, दिंडी आदि बातोंको कानूनके नियंत्रणमें लाया गया, तोसंपूर्ण समाजमें आक्रोश फैल जाएगा । यदि कांग्रेस शासनद्वारा यह कानून बनाकर श्रद्धापर ही आंच लानेका प्रयास किया गया, तो हिंदु एकत्र आएंगे । विगत ४५० वर्षोंसे तुकाराम महाराजके नामका जयघोष होता है । उनकेद्वारा रचे गए अभंग, पंक्तियां वर्तमानमें भी अध्ययनके लिए ऐसे ही नहीं प्रयुक्त किए जा रहे हैं? महाभारतमें धृतराष्ट्रने संजयको कुरुक्षेत्रके मैदानमें चल रहे युद्धका आंखों देखा वर्णन करनेके लिए कहा था । राम एवं सीतापुष्पक विमानद्वारा लंकासे अयोध्या लौटे थे । इससे हिंदु धर्मकी महानता ध्यानमें आती है । इस पत्रकार परिषदको विश्व हिंदु परिषद कोकण प्रांत गोरक्षा विभाग प्रमुख अधिवक्ता श्री. मनोज रायच्या, भाजपाके ठाणे जनपद उपाध्यक्ष श्री. गुरुनाथ लसणे,भाजपाके भिवंडी तालुका प्रमुख श्री. श्यामजी अग्रवाल, हिंदु जनजागृति समितिके ठाणे जनपद समन्वयक श्री. अजय संभूस उपस्थित थे ।
अधिवक्ता श्री. मनोज रायच्याने इस कानूनकी धाराओंपर प्रकाश डालकर यह कानून कितना घातक है यह सूचित करते हुए कहाकि वर्तमानमें कानूनके अनुसार नरबलीके लिए फांसीकी अथवा आमरण आजीवन कारावासका दंड है; परंतु नए कानूनमें केवल ६ महिनेसे लेकर ७ वर्षतक ही हैं, जो सर्वथा अयोग्य हैं । भाजपाके भिवंडी तालुका प्रमुख श्री. श्यामजी अग्रवालने कहा कि जापान,अमेरिका, अरब देश, पाकिस्तान इत्यादि सभी देश अपने धर्मके अनुसार ही आचरण करते हैं, तो हम ही क्यों धर्मनिरपेक्ष रहें ? भाजपा इस कानूनका विरोध करती है । कांग्रेस शासनका हिंदुधर्मकी संस्कृति नष्ट करनेका षडयंत्र है । सभी हिंदुत्ववादियोंद्वारा इसका तीव्र विरोध होना चाहिए । समितिके श्री. अजय संभूसनेकहा कि वर्तमानमें प्रचलित कानून सक्षम होते हुए भी कांग्रेसशासन नया कानून बनानेका प्रयास कर रही है । इस कानूनकी १३वीं धाराके अनुसार हिंदु धर्मकी प्रथा-परंपराएं, व्रत-त्यौहारमें अत्यंत बिकट समस्या उत्पन्न हो जाएगी । वारकरी संप्रदायके वारीमें जानेके कारण अनेक लोग शराब तथा तंबाकूके व्यसनसे मुक्त हुए हैं । ऐसी वारीपर भी इस कानूनद्वारा प्रतिबंध आनेकी संभावना है । इसलिए २१ मार्चको आजाद मैदानमें समितिद्वारा धरना अभियान आयोजित किया गया है एवं इस आंदोलनमें हिंदुओंको भारी मात्रामें सहभागी होनेका आवाहन किया गया है ।पत्रकार परिषदका सूत्रसंचलन श्रीमती सविता लेलेद्वारा किया गया।
सहायता :
रोटरी क्लब, भिवंडीकी ओरसे पत्रकार परिषदके लिएनि:शुल्क सभाभवन दिया गया ।