क्या अब हिन्दुओं को शोभायात्रा में भी बुलेटप्रुफ जॅकेट पहनकर जाना पडेगा ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
बरेली (उत्तर प्रदेश) में बहेडी के गांव मकरी नवादा में जन्माष्टमी के अवसर पर झांकी निकालने को लेकर हिंदू-मुसलमानों के बीच झडप हो गई। यह गांव अल्पसंख्यक बहुल गांव है और जन्माष्टमी की झांकी के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने झांकी निकालने वालों पर पथराव कर बवाल को जन्म दिया।
दरअसल, थाना देवरनिया क्षेत्र का गांव मकरी नवादा अल्पसंख्यक बहुल है। शुक्रवार (२३ अगस्त) को लोग कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मना रहे थे। परंपरा स्वरूप दोपहर के समय कृष्ण की झाँकी (शोभायात्रा) निकाले जाने की तैयारी थी, लेकिन जुमे की नमाज के चलते झांकी का समय दोपहर ३ बजे रखा गया। खबर के अनुसार, दोपहर ३ बजे जैसे ही शोभायात्रा में शामिल ट्रैक्टर ट्रॉली अपने अंतिम पडाव के तहत गांव के होली चौराहै पर पहुंची, तो अल्पसंख्यक समुदाय ने उस शोभायात्रा को वहीं रोक दिया, और उन्हें वापस जाने को कहा।
इस बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ गई कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव कर दिया। शोभायात्रा में शामिल लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
दो संप्रदायों के बीच हुए इस तनाव में फरसा समेत अन्य हथियारों का उपयोग भी किया गया। इस दौरान हवा में बंदूकें भी लहराई गईं। इस तनाव में लगभग १० लोगों के घायल होने की खबर है। घटना की जानकारी मिलते ही तहसील के चार थानों की पुलिस घटना-स्थल पर पहुँच गई।
मौके पर पहुँची पुलिस ने उपद्रवियों को धमका कर उन्हें अपने-अपने घर जाने को कहा, तब जाकर हालात पर काबू पाया जा सका। सभी घायलों को एम्बूलेंस से अस्पताल भेजा गया। फिलहाल, एसपी ग्रामीण, सीओ और एसडीएम ने भी गांव में डेरा डाल दिया है। साथ ही क्षेत्र में भारी तनाव को देखते हुआ पीएसी की तैनाती भी कर दी गई है।
स्त्रोत : ऑपइंडिया