धुळे में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी के स्मारक को कालिख पोछनेवालों का निषेध !
धुळे : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से हाल ही में देहली विश्वविद्यालय में स्वातंत्र्यवीर सावरकर, नेताजी सुभाषचंद्र बोस एवं हुतात्मा भगतसिंह के स्मारक की स्थापना गई थीं। कांग्रेस का छात्र संगठन एन. एस. यु. आई. के देशद्रोही कार्यकर्ताओं ने इनमें से सावरकरजी के पुतले को जूतों की माला पहना कर कालिख पोछ दी ! इस अत्यंत हीन घटना के निषेध के रूप में धुळे के जिलाधिकारी श्री. डी. गंगाधरन के माध्यम से हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। साथ ही इस घटना की निंदा कर यहां के स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी के स्मारक को पुष्पहार समर्पित कर अभिवादन किया गया।
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, कांग्रेस ने स्वतंत्रता के १८ वर्ष पश्चात भी स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को अपमानित तो किया ही; परंतु आज उनकी मृत्यु के इतने वर्ष पश्चात भी कांग्रेसद्वारा उन्हें अपमानित ही किया जा रहा है ! अब हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करते हैं कि, इस अपमान की भरपाई हेतु उनका हो रहा अपमान सदा के लिए रुकें इसलिए स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को मरणोपरांत ‘भारतरत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाए और राष्ट्रपुरुषों के स्मारकों का अनादर करनेवालों के विरोध में देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट करनेवाला कानून बना कर इन देशविरोधी शक्तियों के मन में डर उत्पन्न किया जाए ! यही स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को वास्तविक मानवंदना होगी !’’
इस अवसर पर सर्वश्री सर्वश्री शुभम मतकर, सौरभ मतकर, राजू महाराज मराठे, नितीन घाटी, अनिल दीक्षित, महेश कुलकर्णी, महेश माळी, गोपाल शर्मा, प्रवीण दडपे, योगेश भोकरे, मनोज पिसे, ईश्वर मोरे, गणेश माळी, दिनेश कुलकर्णी, किशोर अग्रवाल, नंदकिशोर पवार, ऋषिकेश वाघ, आकाश हजारे आदि धर्म-राष्ट्र एवं सावरकर प्रेमी उपस्थित थे।
नासिक में आंदोलन के माध्यम से स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी के पुतले को कालिख पोछनेवालों के विरोध में कठोर कार्रवाई की मांग !
नासिक : स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी के पुतले को कालिख पोछनेवालों के विरोध में कठोर कार्रवाई करें एवं सावरकरजी को सम्मान दिलाने हेतु उन्हें तुरंत भारतरत्न पुरस्कार की घोषणा करें, इस मांग को लेकर यहां हिन्दुत्वनिष्ठों ने राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया।
शहर के गंगापुर मार्ग परिसर के आकाशवाणी चौक पर २३ अगस्त को यह आंदोलन किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषदद्वारा देहली विश्वविद्यालय में स्थापित किये गए स्मारक में से सावरकरजी के पुतले को कांग्रेस के छात्र संगठन एन. एस. यु. आई. के कार्यकर्ताओं ने कालिख पोछकर उनका अनादर किया समिति के श्री. शिवाजी उगले ने यह मांग करते हुए कहा कि, यह बहुत निंदनीय कृत्य है एवं इस घटना की कितनी भी निंदा की जाए, वह अल्प ही है ! इन लोगों के विरोध में देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट कर उनके विरोध में कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए !
आंदोलन के पश्चात उपजिलाधिकारी श्री. रामदास खेडकर को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस आंदोलन में २५ से भी अधिक धर्म-राष्ट्र एवं सावरकर प्रेमी और समिति के कार्यकर्ता सहभागी हुए थे।
स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को न माननेवालों को चौक-चौराहे पर फटकें देने चाहिए ! – शिवसेना पक्षप्रमुख श्री. उद्धव ठाकरे
मुंबई : शिवसेना पक्षप्रमुख श्री. उद्धव ठाकरे ने यह कहते हुए अपना क्षोभ व्यक्त किया कि, जो लोग स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को नहीं मानते, उन्हें चौक-चौराहे पर फटकें देने चाहिए ! २३ अगस्त को श्री. ठाकरे ने फसल बिमा विषय पर पत्रकार परिषद की, उसमें कुछ पत्रकारों ने उन्हें देहली विश्वविद्यालय के परिसर में कांग्रेसप्रणित छात्र संगठन के कार्यकर्ताओंद्वारा सावरकरजी के किए गए अनादर के संदर्भ में उनका मत पूछा, तब श्री. ठाकरे ने अपना यह मत व्यक्त किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात