प्रयाग (उत्तर प्रदेश) : माघ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नरौरा बांध से प्रतिदिन २५०० क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। २७ दिसंबर से शुरू होने वाला यह सिलसिला १७ फरवरी तक चलेगा।
सिंचाई विभाग द्वारा भेजे गए पत्र के परिप्रेक्ष्य में शासन ने यह निर्णय लिया है। माघ मेला शुरू होने के पहले हर साल शुद्ध गंगा जल के लिए साधु-संतों को विरोध प्रदर्शन करना पड़ता है। इस बार भी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी। इससे पहले ही सिंचाई विभाग के पत्र का संज्ञान लेते हुए शासन ने माघ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को भरपूर पानी उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है।
अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग (बाढ़ प्रखंड) आरपी यादव के मुताबिक नरौरा बांध से प्रतिदिन २५०० क्यूसेक पानी छोड़े जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कुछ दिन पहले पत्र लिखकर शासन से अनुरोध किया गया था जिस पर शासन से मंजूरी मिल गई है। नरौरा से प्रयाग तक पानी पहुंचने में दस दिन लग जाते हैं। चूंकि माघ मेले का पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पांच जनवरी को होगा। ऐसे में मेले के लिए पानी छोडऩे की प्रक्रिया २७ दिसंबर से शुरू कर दी जाएगी।
स्त्रोत : जागरण