नई देहली : मदरसा टीचर ने ईयर फोन देखकर खरीदा नहीं तो पटरी दुकानदार भडक गया। विवाद इतना बढा कि आसपास मौजूद कई पटरी वाले वहां जमा हो गए। इन सभी ने झगडे के बीच मदरसा टीचर को सडक पर गिराकर पीटना शुरू कर दिया। टीचर को इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। मॉब लिंचिंग की यह घटना सोमवार की रात पुरानी देहली रेलवे स्टेशन के बाहर हुई। शर्मनाक बात यह है कि टीचर की पिटाई होती रही और तमाशबीन वीडियो बनाते रहे। कोई भी युवक को बचाने के लिए आगे नहीं आया।
मदरसे में कुरान का टीचर था मोहम्मद उवैस
मूलरूप से शामली, उत्तर प्रदेश का रहने वाला मोहम्मद उवैस ग्रेटर नोएडा स्थित अली वर्दी इलाके के एक मदरसे में कुरान का टीचर था। सोमवार रात को शामली से पुरानी देहली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। स्टेशन के बाहर निकलकर वह पटरी दुकान पर मोबाइल की लीड देखने लगा। उवैस ने लीड पैकेट से निकालकर कानों में लगा ली। पसंद नहीं आने पर वह लीड वापस करने लगा, इसी बात पर दुकानदार अयूब उर्फ सरफराज ने कहा कि पैकेट खोल दिया तो लीड लेनी पडेगी। उवैस ने मना किया तो सरफराज उससे झगडा करने लगा। देखते-देखते और भी पटरी दुकानदार आ गए और सभी ने उवैस को जमकर पीटा।
भीड ने करीब बीस मिनट तक युवक को पीटा
चश्मदीदों ने बताया कि पटरी दुकानदारों की भीड ने करीब बीस मिनट तक युवक को पीटा। पिटाई से वह अधमरा हो गया था। दस बजे पुलिस को घटना की सूचना मिली तो पीसीआर की गाडी मौके पर पहुंची। उवैस को अरुणा आसफ अली हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उवैस के पास से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई तब पुलिस ने उसके परिवार को सूचना दी। इस मामले में कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लल्लन और अयूब को हिरासत में लिया गया है। लल्लन पैटीज बेचता है जबकि अयूब मोबाइल की लीड बेचता है। उवैस के पिता मोहम्मद इस्लाम ने बताया कि उनके बेटे की पीट-पीटकर हत्या की गई है,जबकि पुलिस मामले को दबाने में लगी हुई है।
पीटने वाले बहुत सारे थे, लेकिन पुलिस ने दो लोगों को ही हिरासत में लिया है। यही नहीं हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बजाए गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद उवैस का शव उसके परिवार को सौंप दिया है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी