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गणेशोत्सव धर्मशास्त्र के अनुसार मनाएंगे ! – निपाणी (कर्नाटक) के गणेशोत्सव मंडलों का निर्धार

हिन्दू जनजागृति समिति का ‘आदर्श गणेशोत्सव अभियान !

निपाणी : यहां संपन्न गणेशोत्सव मंडल समन्वय समिति के बैठक में उपस्थित मंडलों के पदाधिकारकों ने कहा शास्त्र के अनुसार गणेशोत्सव कैसे मनाना ?, यह समझ में आया। आनेवाले समय में धर्मशास्त्र के अनुसार गणेशोत्सव मनाना, प्रत्येक मास में आनेवाले उत्सवों के संदर्भ में विचार-विमर्श करने हेतु एकत्रित होना एवं मंडलों के परिसर में हिन्दू जनजागृति समिति के उद्बोधन का आयोजन करना ऐसा निर्धार किया गया ! २५ अगस्त को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कोळी समुदाय सेवा संघ के महर्षि वाल्मीकि, भवन में गणेशोत्सव मंडलों की समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया। आरंभ में हिन्दू जनजागृति समिति के जिला समन्वयक श्री. किरण दुसे ने इस बैठक का उद्देश्य स्पष्ट किया।

गणेशोत्सव मंडलों की समन्वयक बैठक हेतु आये हुए विविध मंडलों के प्रतिनिधि

इस अवसर पर हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता श्री. प्रकाश खोंद्रे ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने कागज के लुगदे से बनी गणेशमूर्तियों के कारण जलप्रदूषण होता है, यह निष्कर्ष निकाला है ! इसलिए मंडलों ने धर्मविरोधी संगठनों के आवाहन को प्रतिसाद नहीं देना चाहिए ! इसी प्रकार से धर्मशास्त्र के अनुसार गणेशमूर्तियों का बहते पानी में ही विसर्जन करना चाहिए !’’ हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती राजश्री तिवारी एवं सनातन संस्था की आधुनिक वैद्या (श्रीमती) शिल्पा कोठावळे ने भी उपस्थित पदाधिकारकों का उद्बोधन किया।

इस बैठक में निपाणी, जत्राट, नांगनूर, बारभाई, अमलजरी जैसे विविध गांवों के पी.टी.एम्. ग्रुप, अष्टविनायक मंडळ, श्री छत्रपती शिवाजी मंडळ, नवरात्र उत्सव मंडळ, श्री किसान गणेशोत्सव मंडळ, श्री हनुमान गणेश मंडळ आदि गणेश मंडलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

गणेशोत्सव मंडलों के प्रतिनिधियों का मनोगत

१. श्री. अमोल चेंडके, नांगनूर : १० वर्ष पूर्व समितिद्वारा प्रकाशित पटाखों का उपयोग न करने के संदर्भ में पत्रक पढने में आया। तब से हमारा मंडल पटाखें नहीं जलाता !

२. श्री. विक्रम कोगले, ओम-गणेश मित्र मंडळ : गांव के श्री गणेश मंदिर में श्री गणेशमूर्ति की प्रतिष्ठापना होने से लेकर प्रतिदिन गणेशजी की आरती उतारी जाती है !

३. श्री. प्रवीण बडवे : हिन्दुओं को धर्मशिक्षा न होने से धर्मप्रेमी पीढी नहीं बन रही है, इसलिए मंडलों के कार्यकर्ताओं को भी धर्मशिक्षा मिलना अति आवश्यक है !

४. श्री. विक्रमादित्य धुमाळ : गणेशोत्सव के समय में छात्रों को क्रांतिकारकों की जानकारी देनेवाली एवं लव जिहाद की जानकारी देनेवाली पुस्तिकाओं का वितरण किया !

क्षणिकाएं

१. कार्यक्रमस्थल पर श्री गणेशपूजन का शास्त्र, आदर्श गणेशोत्सव कैसे मनाना चाहिए ?, इसकी जानकारी देनेवाले फ्लेक्स फलक और भितीपत्रक लगाए गए थे।

२. बैठक के पश्चात गणेशोत्सव मंडलों ने आदर्श गणेशोत्सव कैसे मनाना चाहिए ?, इसकी जानकारी देनेवाले हस्तपत्रक मांगकर लिए !

३. बैठक में कई कार्यकर्ताओं ने कहा कि, इससे पहले हमें यह शास्त्र ज्ञात नहीं था; इसलिए हमारे उद्बोधन हेतु हमने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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