पर्यावरण राज्यमन्त्री श्री. प्रवीण पोटे-पाटिलद्वारा हिन्दू जनजागृति समितिको आश्वासन
- गोरक्षाका विचार कर सक्रिय भूमिका निभानेवाले पर्यावरण राज्यमन्त्री श्री.प्रवीण पोटे-पाटिलका अभिनन्दन
- हिन्दुओंकी अपेक्षा ऐसी है कि शासनको अवैधानिक पशुवधगृह तत्काल बन्द करने चाहिए ।
- पशुवधगृह बन्द करनेकी अपेक्षा गोहत्यापर प्रतिबन्ध लगाए !
पर्यावरण राज्यमंत्री श्री. प्रवीण पोटे-पाटीलजी को जानकारी देते हुए श्री. सुनील घनवट एवं श्री. श्रीकांत पिसोळकर (बार्इ आेर)
आगामी डेढ वर्षोंमें महाराष्ट्र राज्यके सभी अवैधानिक पशुवधगृह बन्द किए जाएंगे, ऐसा आश्वासन भाजपाके नेता एवं महाराष्ट्रके पर्यावरण राज्यमन्त्री श्री.प्रवीण पोटे-पाटिलने हिन्दू जनजागृति समितिके प्रतिनिधिमण्डलको दिया ।
नागपुरमें हिन्दू जनजागृति समितिके महाराष्ट्र राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट एवं हिन्दू जनजागृति समितिके विदर्भ समन्वयक श्री.श्रीकान्त पिसोळकरने मन्त्री महोदयसे भेंट की । इस अवसरपर समितिद्वारा सभी वैध-अवैध पशुवधगृह बन्द करनेके लिए निवेदन, पशुवधगृहोंके माध्यमसे होनेवाले प्रदूषणकी जानकारी देनेके सन्दर्भमें दस्तावेज, पशुवधगृह बन्द करने हेतु प्रदूषण मण्डलके आदेश एवं समाचारपत्रके समाचार इत्यादि विस्तृत प्रमाण राज्यमन्त्रीको प्रस्तुत किए गए ।
१. विशेषकर राज्यके अमरावती प्रभागमें ३५ से अधिक पशुवधगृह हैं, जिनमें अधिकांश पशुवधगृहोंद्वारा महाराष्ट्र प्रदूषण मण्डलके नियमोंका उल्लंघन किया जाता है । इसलिए अमरावतीमें भारी मात्रामें प्रदूषण होकर पर्यावरणकी हानि हो रही है । प्रदूषण मण्डलको ये पशुवधगृह बन्द करनेके आदेश देनेपर भी उसका क्रियान्वयन नहीं हुआ ।
२. ऐसी ही स्थिति राज्यके अन्य पशुवधगृहोंकी है । इन पशुवधगृहोंमें भारी मात्रामें गोवंशियोंकी हत्या तथा अवैधानिक रूपसे यातायात की जाती है ।
३. मालेगांवमें एकादशीको अनेक गायोंकी हत्या कर उनका मृतदेह मार्गके किनारे पेंâक दिया गया था । नान्देडमें पीनेके पानीमें गायका रक्त डालनेके कारण एकादशीको रक्तमिश्रित पानीकी पूर्ति की गई थी । अतः अनेक हिन्दुओंको पीनेका पानी नहीं मिला था ।
४. धर्मांन्धोंद्वारा जानबूझकर ऐसी घटनाओंके माध्यमसे हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाओंको आहत करने एवं भडकानेके प्रकरण पूरे राज्यमें चालू हैं । इस समय उनपर कठोर कार्यवाही करनेकी मांग भी की गई । इस अवसरपर राज्यमन्त्रीने इस विषयपर गम्भीरतासे ध्यान देनेका आश्वासन दिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात