पनवेल, उरण तथा नई मुंबई स्थित अवैध धार्मिक स्थलोंपर सिडको कार्यवाही करेगी !

चैत्र कृष्ण ११, कलियुग वर्ष ५११

हिंदुओ, आपके मंदिरोंको अवैध घोषित कर कांग्रेस प्रशासनद्वारा उन्हें गिरानेके षड्यंत्रसे सावधान रहें !

नई मुंबई, ४ अप्रैल – अप्रैलके प्रथम सप्ताहसे पनवेल, उरण तथा नई मुंबई स्थित सभी धार्मिक स्थलोंका नयी पद्धतिसे सर्वेक्षण करके सिडकोने इनमेंसे अवैध धार्मिक स्थलोंपर वर्षाके पूर्व कार्यवाही करनेका निश्च  किया है । (प्रशासनका आजतकका अनुभव देखकर यह बात सामने आती है कि केवल हिंदुओंके मंदिरोंको अनधिकृत घोषित कर उनपर ही कार्यवाही की जाती है, तथा मुसलमानोंके आक्रामक हो जानेके कारण उनके धार्मिक स्थलोंको कार्यवाहीसे वंचित कर दिया जाता है !- संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

१. पनवेल तथा उरण तहसीलोंसहित नई मुंबई महापालिका कार्यक्षेत्रमें लगभग ८०० अवैधानिक धार्मिक स्थल हैं । ये सब धार्मिक स्थल सिडकोकी भूमिपर अतिक्रमण करके बनाए गए हैं ।

२. वर्ष २०१० में सिडको द्वारा किए गए सर्वेक्षणसे यह बात स्पष्ट हुई है । पुराने तथा प्राचीन धार्मिक स्थलोंको प्रशासनद्वारा सुरक्षाका अभिवचन देनेका  विचार है ।

३. प्रशासनके वर्तमान नीतिनुसार केवल १० प्रतिशत धार्मिक स्थलोंको सुरक्षाका अभिवचन मिल सकता है, तो शेष ९० प्रतिशत अर्थात लगभग ७०० धार्मिक स्थलोंपर कार्यवाही होनेकी आशंका सिडकोके संबंधित विभाग द्वारा बताई गई है ।

४. इनमेंसे अधिकतर धार्मिक स्थल ३ -४ वर्ष पहले स्थापित किए गए हैं । इस बातकी ओर सिडकोने विशेष ध्यान दिया है । तदनुसार सिडकोने अप्रैलके प्रथम सप्ताहसे सभी धार्मिक स्थलोंका नई पद्धतिसे सर्वेक्षण करनेका निर्णय  लिया है ।

५. पहले टप्पेमें मनपा क्षेत्रके धार्मिक स्थलोंका अवलोकन किया जाएगा ।

६. उरण तथा पनवेल तहसीलके धार्मिक स्थलोंका सर्वेक्षण करके उसका अहवाल प्रशासनके समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा । उसके बाद अयोग्य धार्मिक स्थलोंपर कार्यवाही करनेकी योजना सिडकोने बनाई है ।

‘मंदिर तथा धार्मिक संस्था महासंघ’ की ओरसे लोकप्रतिनिधियोंको आवेदन प्रसतुत !

मुंबई – धार्मिक स्थलोंको अनधिकृत घोषित कर हिंदुओंके सहस्रों मंदिर गिरानेके विरोधमें मंदिर एवं धार्मिक संस्था महासंघके प्रतिनिधि मंडलसे विधानसभाके विरोधी पक्षनेता श्री. एकनाथ खडसे, शिवसेना नेता श्री. सुभाष देसाई तथा राष्ट्रवादी कांग्रेसके प्रवक्ता श्री. शशिकांत शिंदेसे भेंट करके आवेदन दिया । पुराने तथा प्राचीन धार्मिक स्थलोंकी रक्षा होनी चाहिए, तथा सर्व पक्षीय विधायक एकसाथ बैठकर धार्मिक स्थल न गिरानेका प्रस्ताव पारित करें, ऐसी मांग प्रतिनिधिमंडलने की । इस अवसरपर श्री. खडसेजीने विधानसभामें यह प्रस्ताव प्रस्तुत करनेका , तथा श्री. देसाई एवं श्री. शिंदेजीने इस विषयपर गंभीरतासे ध्यान देनेका आश्वासन दिया । इस मौकेपर मनसेके विधायक श्री. बाळा नांदगावकर, भाजपके विधायक सर्वश्री देवेंद्र फडणवीस तथा मंगलप्रभात लोढाजीको आवेदन दिए गए । लोकप्रतिनिधिमंडल महासंघके अध्यक्ष वैद्य उदय धुरी एवं उपाध्यक्ष श्री. रमेश सनिल उपस्थित थे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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