अमरावती – २०११ के जादूटोना तथा नरबली विरोधी अधिनियमसे कोई भी धारा अस्वीकृत नहीं की गई । २०१३ के अर्थसंकल्पीय अधिवेशनमें (अंध) श्रद्धाविरोधी अधिनियम पारित करनेके लिए प्रशासनकी गतिविधियां पुन: गई हैं; किंतु हिंदूनिष्ठ संगठन, वारकरी संप्रदायद्वारा सुझाए परिवर्तनोंकी ओर ध्यान न देते हुए, प्रशासनने इसे पारित करनेकी योजना बनाई है । यह अधिनियम हिंदू धर्मपर आघात करनेवाला है, इसलिए इस अधिनियमके विरोधमें गुरुवारके दिन हिंदू जनजागृति समिति, हिंदूनिष्ठ संगठन एवं संप्रदाय की ओरसे गाडगे महाराज मंदिर, गाडगेनगर आदि स्थानोंपर घंटानाद आंदोलन किया गया ।
इस अवसरपर ७५ से अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे । वारकरी संप्रदायके ह.भ.प. सुधीर महाराज बोरोळे, छावा संगठनके विदर्भ प्रदेशाध्यक्ष श्री. नितीन व्यास, विश्व हिंदू परिषदके जिलाध्यक्ष श्री. विजयजी शर्मा, विहिपके धर्माचार्य श्री. जगदीश अग्रवाल, विहिपके महानगरमंत्री श्री. अनिल साहू, गोरक्षाप्रमुख श्री. चंद्रकांत दामाणी, महाराष्ट्र वारकरी महामंडलके जिलाप्रमुख ह.भ.प. श्यामसुंदर निचीत महाराज, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. किरण दू्से, श्री. हेमंत खत्री, सनातन संस्थाके श्री. गिरीष कोमेरवार आदि प्रतिष्ठित सज्जन उपस्थित थे । ह.भ.प. सुधीर महाराज बोरोळेजीने कहा, अंनिस तथा कांग्रेस प्रशासन इस अधिनियमके माध्यमसे हिंदू धर्मपर आघातकरनेका प्रयास कर रहा है । संतोंके सामर्थ्यके कारण आजतक यह अधिनियम पारित नहीं हो पाया है । अंनिसवालोंको केवल हिंदू धर्मीय दिखते हैं । अन्य धर्मियोंके संदर्भमें बोलनेकी उनकी हिम्मत नहीं होती । यदि यह अधिनियम पारित होता है, तो वारकरी संप्रदाय पूरे महाराष्ट्रमें आंदोलन छेड देगा । महाराष्ट्र संतोंकी भूमि है । इस पवित्र भूमिमें प्रशासन हिंदुओंके धार्मिक कार्यपर आघात करनेका प्रयास न करे । विहिप उसका विरोध करेगा, ऐसा श्री. विजय शर्माजीने कहा, `प्रस्तावित अधिनियम सारे धर्मियोंको धर्माचरणसे रोकनेवाला है, इसलिए इस आंदोलनमें सभी सहभागी हों, इस अवसरपर श्री. नितीन व्यासजीने ऐसा आवाहन किया । अंनिस अंधश्रद्धा निर्मूलनके नामसे प्रसिद्धि पाकर विदेशसे मिलनेवाले धनसे समाजमें दूरी फैला रही है, ऐसी आलोचना समितिके श्री. किरण दूसेजीने की । इस अवसरपर श्री. गिरीश कोमेरवार एवं श्री. हेमंत खत्रीजीने उपस्थित व्यक्तियोंको संबोधित किया ।
क्षणचित्र
१. आंदोलनके दौरान उपस्थित व्यक्तियोंने आघाडी प्रशासनके विरोधमें उत्स्फूर्त नारे लगाए ।
२. हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे प्रस्तावित अधिनियमके विरोधमें हस्ताक्षर मुहीम आयोजित की गई । इस अवसरपर सैकडों व्यक्तियोंने हस्ताक्षर करके अधिनियमके प्रति विरोध दर्शाया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात