हिन्दू जनजागृति समिति का ‘आदर्श गणेशोत्सव अभियान !’
समस्त राष्ट्रप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से पुलिस प्रशासन को ज्ञापन प्रस्तुत
मुंबई : गणेशोत्सव की कालावधि में डेढ दिन पश्चात, साथ ही गौरीविसर्जन एवं अनंत चतुर्दशी जैसे श्री गणेशमूर्ति विसर्जन के दिन कुछ स्वयंसेवी श्रद्धालुओं के हाथ से मूर्ति और निर्माल्य बलपूर्वक छीन लेते हैं ! ऐसी कई घटनाएं होती हैं ! ऐसा करनेवालों को रोक कर उनके विरोध में कार्रवाई की जाए ! समस्त राष्ट्रप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा ऐसी मांग की गई है !
३१ अगस्त को माहीम पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री. मिलिंद गडांकुश को इस मांग का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर श्री शिवकार्य प्रतिष्ठान, विक्रोळी के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. प्रभाकर भोसले; धर्मप्रेमी श्री. देवेंद्र वारकर और हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अनिल नाईक उपस्थित थे।
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, श्री गणेशमूर्ति का बहते पानी में विसर्जन करने के प्रति श्रद्धालुओं में आस्था होती है ! कोई स्वयंस्फूर्ति से समुद्र में अथवा बहते पानी में मूर्ति का विसर्जन करता हो, तो उसके लिए किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए; परंतु श्रद्धालु की अनुमति के बिना उसके हाथ से मूर्ति को छीन लेने का अधिकार किसी को नहीं है !
श्रद्धालुओं के हाथ से मूर्ति छीन लेते समय खींचा-खींची होकर मूर्ति के भंग होने का अथवा विवाद का प्रसंग उत्पन्न होकर वहां का वातावरण तनावपूर्ण होकर कानून एवं सुव्यवस्था की समस्या आ सकती है ! इसलिए श्री गणेशमूर्ति एवं निर्माल्य का बहते पानी में विसर्जन करना धार्मिक श्रद्धा से जुडा विषय है ! अतः आप इस संदर्भ में ध्यान देकर ऐसी घटनाओंपर रोक लगाए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात