नागपुर : यहां के धर्मप्रेमी श्री. रवींद्र भोंदेकर की माताजी के उत्तरकार्य (मृत्यु के पश्चात १४वां दिन) के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में आए हुए रिश्तेदार एवं अन्यों को धर्मशिक्षा का महत्त्व विशद किया गया। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अतुल आर्वेन्ला ने उपस्थितों को श्राद्ध, पिंडदान का महत्त्व, उसे करने से होनेवाले लाभ, ‘श्री गुरुदेव दत्त’ नामजप का महत्त्व, कुलदेवता की उपासना का महत्त्व आदि के संदर्भ में जानकारी दी।
उपस्थित लोगों ने इस समय उत्स्फूर्तता से अपनी शंकाओं का निराकरण करा लिया और कुछ लोगों ने साधना आरंभ करने की सिद्धता भी दर्शाई, तो कुछ लोगों ने धर्मशास्त्र के अनुसार श्राद्ध और पिंडदान करना सुनिश्चित किया। लगभग १५० लोगों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया।
क्षणिका : श्री. भोंदेकर ने उपस्थितों को सनातन संस्थाद्वारा प्रकाशित ‘श्री दत्त’ लघुग्रंथ और नामपट्टिकाओं के वितरण का नियोजन किया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात