- पूर्व विधायक ने पहले परिवार को भेजा था, अब खुद पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते
- खन्ना के मॉडल टाउन में दो कमरों के किराए के मकान में परिवार के साथ रह रहे हैं विधायक
- २००७ में लुधियान के खन्ना इलाके की रहनेवाली युवती से की थी शादी
खन्ना (लुधियाना) : पाकिस्तान में सिख युवती के धर्मांतरण के बाद अब अल्पसंख्यकों की उपेक्षा और उनसे हिंसा का एक मामला सामने आया है ! यह किसी आम आदमी से नहीं, बल्कि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी का है ! दरअसल, इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व विधायक बलदेव कुमार को अपने परिवार समेत जान बचाकर भारत में आना पड़ा ! उन्होंने भारत में राजनीतिक शरण की मांग की है ! बलदेव खैबर पख्तून ख्वा (केपीके) विधानसभा में बारीकोट (आरक्षित) सीट से ३६ घंटे के विधायक रहे हैं !
बलदेव ने कुछ महीने पहले परिवार को यहां लुधियाना के खन्ना भेज दिया था। १२ अगस्त को तीन महीने के वीजा पर खुद भी यहां आ गए थे। लेकिन, अब वह वापस नहीं लौटना चाहते। बलदेव का कहना है कि, अल्पसंख्यकोंं पर पाकिस्तान में अत्याचार हो रहे हैं ! हिंदू और सिख नेताओं की हत्याएं की जा रही हैं। इसलिए वह जल्द ही भारत में शरण के लिए आवदेन करेंगे !
३६ घंटे रहे विधायक
बलदेव ने बताया कि, साल २०१६ में उनके विधानसभा क्षेत्र के विधायक की हत्या हो गई थी। इस मामले पर उन पर झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें दो साल तक जेल में रखा गया। २०१८ में वह इस मामले से बरी हो गए। पाकिस्तान कानून के अनुसार, अगर विधायक (पाकिस्तान में इन्हें एमपीए कहा जाता है) की मौत हो जाए तो इसी पार्टी के दूसरे नंबर पर रहनेवाले उम्मीदवार को विधायक बना दिया जाता है !
..ताकि, बचा सकें परिवार की जान
विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के दो दिन पहले उन्हें हत्या के मामले में बरी कर दिया गया। ऐसे में वह शपथ लेकर ३६ घंटे के लिए विधायक रहे। बलदेव का कहना है कि, उनके बुजुर्गों ने पाकिस्तान के लिए कुर्बानियां दीं, लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यक दहशत के माहौल में रहने को मजबूर हैं ! वह अपना सबकुछ छोड़कर यहां सिर्फ इसलिए आए हैं, ताकि, अपने और अपने परिवार की जान बचा सकें !
खन्ना की युवती से २००७ में हुई थी शादी
बलदेव की शादी २००७ में खन्ना की रहनेवाली भावना से हुई थी। शादी के समय वह पाकिस्तान में पार्षद थे और बाद में विधायक बने। इन दिनों वह खन्ना के समराला मार्ग पर स्थित मॉडल टाउन में दो कमरों के किराये के मकान में अपने परिवार के साथ दिन गुजार रहे हैं !
११ साल की बेटी थैलेसीमिया से पीड़ित
बलदेव की पत्नी भावना अभी भारतीय नागरिक हैं। उनके दो बच्चे ११ साल की रिया और १० साल का सैम पाकिस्तानी नागरिक हैं। बेटी रिया थैलेसीमिया से पीड़ित है और उसका इलाज चल रहा है। बलदेव का कहना है कि, पाकिस्तान में सेहत सुविधाएं नहीं हैं !
पत्नी बोलीं- महिलाओं की हालत भी बदतर
बलदेव की पत्नी भावना ने कहा कि, पाकिस्तान में महिलाओं की हालत बदतर है ! वह अपनी मर्जी से घरों से बाहर भी नहीं जा सकती। नौकरी करना तो बहुत दूर की बात है ! वहां के हालात देखकर ही शादी के बाद भी उन्होंने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी थी !
स्त्रोत : दैनिक भास्कर