हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं का प्रशंसनीय उपक्रम
मोई : इंद्रायणी नदी में श्रद्धालुओंद्वारा ७ सितंबर को पारंपरिक पद्धति से श्री गणेशमूर्तियों का विसर्जन किया गया था; किंतु नदी का जलस्तर घटने के पश्चात कई गणेशमूर्तियां नदी के तटपर आ गईं ! उनमें से कुछ मूर्तियां भंग हो चुकी थीं। गांव में धर्मशिक्षावर्ग लेने हेतु आए हुए हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. जयहिन्द सुतार को जब यह बात ध्यान में आई, तब उन्होंने वहां के स्थानीय युवकों की सहायता लेकर श्री गणेशमूर्तियों का पुनः गहरे पानी में विधिवत् विसर्जन किया !
स्थानीय युवकों ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘अनंत चतुर्दशी के पश्चात हमें इस प्रकार से श्री गणेशमूर्तियां दिखाई दीं तो हम उनका ऐसा ही पुनः विसर्जन करेंगे !
बांध लबालब भरे हुए हैं, ऐसी स्थिति में प्रशासन ने विसर्जन दिवस के अतिरिक्त पहले और उसके पश्चात, ऐसे २ दिन नदी में पानी छोडना चाहिए था, जिससे ऐसी घटना न घटें !’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात