सिंध के घोटकी में हुई इस घटना के बाद हिन्दुओं में डर का माहौल है !
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार लगातार जारी है ! कट्टरपंथियों ने सिंध के घोटकी इलाके में न केवल एक मंदिर को तोडा बल्कि, एक हिन्दू शिक्षक की भी पिटाई की ! सिंध में जबरन इस्लामिक धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और खुद पाकिस्तान की मानवाधिकार एजेंसी ने माना है कि, अकेले दक्षिणी सिंध में केवल २०१८ में ही १००० से ऊपर जबरन धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं ! अभी तक पाकिस्तान सरकार की आेर से इसके रोकथाम के लिए कोई कार्य नहीं किया गया है !
ताजा मामले की बात करें तो लोगों ने हाईस्कूल के एक हिन्दू शिक्षक पर ईशनिंदा का गलत आरोप लगाया। शिक्षक पर यह आरोप उसी के द्वारा पढाए जानेवाले एक छात्र ने ही लगाए थे। जैसे ही इलाके के अन्य कट्टरपंथियों को इसकी खबर लगी, लोगों की भीड ने मंदिर पर हमला बोल दिया। मंदिर में हिन्दू प्रतीक चिह्नों को अपमानित किया गया और जम कर तोडफोड मचाई गई !
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इस हमले में कट्टरपंथी नेता मियाँ मिट्ठू का हाथ सामने आया है ! उसने न केवल मंदिर बल्कि, स्कूल को भी नुकसान पहुँचाया। मियाँ मिट्ठू के नेतृत्व में भीड ने पुलिस के सामने शिक्षक की पिटाई की।
आश्चर्य की बात यह है कि, ये सबकुछ पुलिस के सामने ही हुआ। जब भीड शिक्षक की पिटाई कर रही थी और मंदिर में तोडफोड कर रही थी, तब पुलिस भी वहाँ पर मौजूद थी ! पुलिस तमाशबीन बन कर यह सब देखते रही ! पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनकी धार्मिक आस्था पर लगातार हो रहे हमलों के बीच वहाँ के प्रधानमंत्री खुद को दुनिया भर में रह रहे मुसलमानों का नुमाइंदा बताते हैं ! वह भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होने का झूठा आरोप भी लगाते हैं !
Horrible !
Hindu teacher Nautan kumar beaten, his school burnt & nearby SSD temple is vandalised by jihadi extremist in Ghotki,Pakistan today.
All Hindus in area are confined to their homes due to violence & fear.@ImranKhanPTI क्या हो रहा है ये ?@Malala अपने भाइयों को समझाओ ? pic.twitter.com/cZZqeNta0n— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) September 15, 2019
पाकिस्तान में मंदिर की तोडफोडवाली घटना के बाद घोटकी में तनाव फैला हुआ है ! हिन्दू परिवार डरे हुए हैं ! प्रशासन की मिलीभगत के कारण वे शिकायत भी नहीं कर सकते ! खौफ़ का आलम यह है कि, पाकिस्तान में इमरान खान की सत्ताधारी पार्टी के पूर्व विधायक भी शरण लेने के लिए भारत आ चुके हैं !
स्त्रोत : ऑप इंडिया