कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अपनी अभद्र आैर विवादित टीका-टिप्पणियों के चलते आए दिन विवादों में घिरे रहते हैं। इसी कडी में एक बार फिर उनके बोल बिगड गए, जब उन्होंने भगवा वस्त्र पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा वस्त्र पहनकर लोग मंदिरों के अंदर बलात्कार कर रहे हैं।
ऑपइंडिया में प्रकाशित समाचार के अनुसार, मंगलवार (१७ सितंबर) को भोपाल में संत समागम को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म है, इसके अलावा जितने भी धर्म हैं वो अलग-अलग विचारधारा के जरिए उत्पन्न हुए हैं। विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म सनातन धर्म है, जिसका कभी अंत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “आज भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं, भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं, मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही हमारा धर्म है ? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर माफ नहीं करेगा।”
#WATCH Digvijaya Singh, Congress in Bhopal: Today, people are wearing saffron clothes and raping, rapes are happening inside temples, is this our religion? Those who have defamed our 'Sanatan Dharma', not even god will forgive them. pic.twitter.com/psAQcd1R7p
— ANI (@ANI) September 17, 2019
दिग्विजय सिंह ने इस कार्यक्रम की शुरुआत ‘जय सियाराम’ के नारे के साथ की थी, और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ‘जय श्रीराम’ का नारा कुछ राजनीतिक पार्टियों का है, इसलिए ‘जय श्रीराम’ के नारे की बजाए ‘जय सियाराम’ का नारा लगाना चाहिए।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि दिग्विजय सिंह कौन-सी मिशनरीज के एजेंडे पर खेल-खेल रहे हैं ? हिन्दुओं और हिन्दुओं के संतो को अपमानित कर रहे हैं। अगर कोई अपराधी है या अपराध का आरोपी है तो उससे पूरा भगवाधारी संदिग्ध नहीं हो जाते। उन्होंने सवालिया होते हुए पूछा कि क्या मौलवियों और पादरियों की वेशभूषा पर भी दिग्विजय सिंह अपना कोई विचार प्रकट करेंगे ?
बता दे कि, इससे पहले भी दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भाजपा और बजरंग दल के लोग पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से पैसा लेते हैं। साथ ही यह भी कहा था कि ISI के लिए जासूसी मुसलमान कम और गैर-मुसलमान ज्यादा कर रहे हैं।