‘६० परिवारों से संपर्क किया जा चुका है, हमारा टारगेट १०० परिवारों की घर वापसी का है !’ – हरीशचंद्र शर्मा
लखनऊ/नई देहली : विश्व हिंदू परिषद ने धर्मांतरण के मुद्दे को और गरमाने की पूरी तैयारी कर ली है। संगठन अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली में ‘घर वापसी’ कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। वीएचपी के रायबरेली प्रमुख हरीशचंद्र शर्मा ने कहा, “रायबरेली में घर वापसी कार्यक्रम के लिए ६० परिवारों से संपर्क किया जा चुका है, हमारा टारगेट १०० परिवारों की घर वापसी का है। जैसे ही यह पूरा होगा हम कार्यक्रम के आयोजन की तारीख घोषित कर देंगे।”
प्रशासन को नहीं है जानकारी
दूसरी ओर, रायबरेली के प्रशासन को वीएचपी के इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं है। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही इस तरह के कार्यक्रमों पर रोक की घोषणा कर चुकी है और अगर हम ऐसे किसी कार्यक्रम के बारे में जानकारी मिलती है तो हम कार्रवाई करेंगे।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को धर्मांतरण पर नहीं आपत्ति
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर अपनी सहमति जताकर विवादों में आए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने एक और विवादास्पद बयान में कहा है कि विचारधारा के आधार पर धर्मांतरण गलत नहीं है। यहां एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में नाइक ने कहा, “डॉक्टर अंबेडकर ने भी हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाया था।” नाइक ने कहा कि यदि विचारधारा के आधार पर कोई अंतर नहीं है तो धर्मांतरण भी गलत नहीं है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खान ने सोमवार को कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर राज्यपाल के बयान से ऐसा महसूस होता है, जैसे कि वह इस मंदिर के पुजारी हों।
लेकिन धर्मांतरण मुद्दे पर राज्यसभा ठप
इस बीच, धर्मांतरण के मुद्दे पर सोमवार को भी राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री सरकार के मुखिया हैं और उनके मंत्री तथा पार्टी के नेता विवादास्पद बयान देते रहते हैं। प्रधानमंत्री को सदन में आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वहीं, सरकार की ओर से संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर