नवरात्रोत्सव में होनेवाली अप्रिय घटनाओं को रोकने हेतु सिंधुदुर्ग जिले में प्रशासकीय अधिकारियों को ज्ञापन प्रस्तुति
सावंतवाडी : त्योहार और उत्सव मनाने के पीछे भारतीय संस्कृति का जतन करना, साथ ही समाज, राष्ट्र एवं धर्म के प्रति जागृति लाना ये प्रमुख उद्देश्य होते हैं; किंतु आजकल इन उत्सवों में अनेक अप्रिय घटनाओं का प्रवेश हुआ है ! इसमें सार्वजनिक नवरात्रोत्सव में फ़िल्मी गीतों पर गरबा खेलना, मदिरापान करना, अश्लील अंगविक्षेप करना, बलपूर्वक चंदा इकट्ठा करना, मंडप में जुआ खेलना आदि अनिष्ट घटनाएं अंतर्भूत हैं ! देश के कुछ भागों में नवरात्रोत्सव के पश्चात गर्भपात की घटनाओं में लक्षणीय वृद्धि होने के समाचार भी प्रकाशित हुए हैं ! इसके कारण उत्सव की पवित्रता नष्ट हो रही है !
इस धर्महानि को टाल कर नवरात्रोत्सव की पवित्रता बनाए रखने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति के सिंधुदुर्ग जिले के कुडाळ, कणकवली एवं सावंतवाडी के पुलिस थानों एवं तहसिलदार कार्यालयों में ज्ञापन प्रस्तुत किए गए।
ज्ञापन स्वीकार करने के पश्चात कुडाळ पुलिस थाने के निरीक्षक श्री. शंकर कोरे ने कहा कि, स्वातंत्र्य प्राप्ति पश्चात के काल में हिन्दुओं में धर्म के प्रति जागृति एवं उद्बोधन के प्रयास नहीं हुए। अब आप इस जागृति और उद्बोधन का कार्य कर रहे हैं, जो बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है ! नवरात्रि में होनेवाली अप्रिय घटनाओं को रोकना आवश्यक है। इसलिए हम भी आवश्यक सभी प्रयास करेंगे !’’
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात