मैं आतंकी गुट में शामिल नहीं हुई
अबू धाबी : देहली की एक १९ वर्षीय ईसाई लडकी ने कहा है कि, वह संयुक्त अरब अमीरात ‘प्यार की खातिर’ आई है ! लडकी ने इस महीने की शुरुआत में अबू धाबी के लिए उडान भरी थी और इस्लाम धर्म कबूल किया था। उसने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि, वह यूएई आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए गई है ! उसने कहा कि, वह यूएई आतंकी गुट में शामिल होने के लिए नहीं बल्कि, अपने प्यार के लिए गई है !
गल्फ न्यूज से बातचीत में सियानी बेनी जो अब आयशा के बन चुकी हैं, उसने कहा, ये सच नहीं है। मैं अबूधाबी अपनी मर्जी से आई हूं ! इसके लिए मुझ पर किसी ने दबाव नहीं डाला है ! मैं भारत की एक समझदार नागरिक हूं ! मैं अपने फैसले खुद ले सकती हूं !
कोझिकोड के रहनेवाला है परिवार
आयशा के भारत से यूएई आने पर उसके माता-पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि, उसे किडनेप कर लिया गया है ! आयशा मूलत: केरल के कोजिकोड की रहनेवाली है। आयशा देहली के जीसस एंड मेरी कॉलेज में स्नातक की फाइनल ईयर की स्टूडेंट है। वह १८ सितंबर तक अपनी क्लास गई। उसी दिन उसने देहली से अबूधाबी के लिए उडान भरी।
नौ महीने पहले सोशल मीडिया पर हुई थी दोस्ती
दरअसल नौ महीने पहले आयशा की सोशल मीडिया पर अबूधाबी में रहनेवाले एक बिजनेसमैन से दोस्ती हुई थी। ये दोस्ती प्यार में बदली और वह उससे शादी करने के लिए अबूधाबी आ गई। जब उसके माता पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तब उसकी ओर से एक बयान आया।
२४ सितंबर को जारी बयान में आयशा ने कहा, मैंने अपनी इच्छा से अबू धाबी कोर्ट में इस्लाम धर्म अपना लिया है ! मैंने इस धर्म को अपनाया है। मैं इसके साथ ही रहना चाहूंगी। साथ ही उसने भारतीय प्रशासन से कहा है कि, वह ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन ले जो उसके खिलाफ झूठी खबरें फैला रहे हैं !
गल्फ न्यूज से बातचीत में आयशा ने बताया कि, मेरे माता-पिता और भाई मुझसे मिलने के लिए यूएई आए। मैंने उनसे कह दिया कि, मैं वापस नहीं जाऊंगी ! मैंने यहीं रहने के लिए शादी की है !
स्त्रोत : न्यूज 18