पौष कृष्णपक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
हजारों साल पहले प्रयोग हुआ हथियार आईएसआईएस फिर एक बार इराक में दहशत फैलाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। इस्लामिक स्टेट मिलिटेंट इराक के गांव और शहरों में ऐसे बम फेंक रहें हैं जो बिच्छुओं से भरे हुए हैं। बम के फटते ही उसमें से हजारों जहरीले बिच्छू बाहर निकल चारों तरफ फैल जाते हैं।
इस तरह के हथियार का प्रयोग इराकियों ने सन् १९८ एडी में किया था जब वे मिट्टी के बर्तनों में बम भरकर रोमन आक्रमणकारियों के कैंप में फेंक दिया करते थे। एक ब्रिटिश सैन्य एक्सपर्ट ने कहा कि, यह पागलपन है, आईएस ने बिच्छुओं को लांच करने के लिए खास तरह के हथियार बनाएं हैं।
बिच्छू बेहद मजबूत जानवर होता है। अगर उन्हें मानव बस्तियों से कुछ मील की दूरी पर भी छोड़ दिया जाए तो भी वे रेंगते हुए गांवों और कस्बों में पहुंच जाते हैं। कुछ बिच्छू बेहद जहरीले होते हैं पर सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे दहशत फैलाने का काम करते हैं।
एक वरिष्ठ ईराकी अधिकारी ने बताया कि आतंकी अपने इस नए हथियार से नागरिक क्षेत्रों को टारगेट कर रहें हैं। इस नए हथियार से जानमाल का कोई विशेष नुकसान नहीं हो रहा है लेकिन नागरिकों पर इसका मनोवैज्ञानिक असर जरूर पड़ रहा है।
स्त्रोत : जागरण