बगदाद : १३ सुन्नियों की नृशंस हत्या के चार दिन बाद इस्लामिक स्टेट ने करीब १५० महिलाओं व लड़कियों की हत्या कर दी है। तुर्की मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जिहादियों से शादी करने से इनकार करने पर इन सभी के सिर कलम किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं व लड़कियां यजीदी हैं।
मंगलवार को इराकी मानवाधिकार मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि पश्चिमी इराक के अल-अनबर प्रांत में आतंकियों ने सैकड़ों महिलाओं की नृशंस हत्या कर दी। इसके बाद इन्हें फल्लुजाह में एक साथ दफना दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनमें से कई महिलाएं गर्भवती थीं। आतंकियों के खौफ से दर्जनों परिवार अपना घर छोड़कर दूसरी जगह चले गए हैं।
१५० महिलाओं की हत्या के लिए एक आतंकी जिम्मेदार
१५० महिलाओं की नृशंस हत्या के लिए इस्लामिक स्टेट के आतंकी अबु अनस अल-लिबी को जिम्मेदार बताया जा रहा है। १९९८ में पूर्वी अफ्रीका के केन्या और तंजानिया में दूतावास में धमाके में अल-लिबी का हाथ था। इस घटना में २२४ लोगों की मौत हो गई थी।
सोमवार को इराकी मानवाधिकार मंत्रालय द्वारा जारी एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि इस्लामिक स्टेट ने मोसुल और आसपास के शहरों की मस्जिदों में आठ पेजों के पर्चे बांटे हैं। इनमें बंधक बनाई गई महिलाओं के साथ किए जाने वाले व्यवहार को लेकर गाइडलाइंस हैं।
पूर्वी सीरिया में मिली बड़ी कब्र
पूर्वी सीरिया के देर एजर प्रांत के अल-काश्कीये में एक बड़ी कब्र मिली है, जिसमें 230 से ज्यादा शव दफन हैं। आशंका जताई जा रही है कि इस्लामिक स्टेट ने इन सभी की हत्या की होगी। सीरियाई मानवाधिकार पर्यवेक्षक संगठन के कार्यकर्ताओं के अनुसार, मारे गए लोग शैतत कबीले के हैं। आईएसआईएस से संघर्ष के दौरान इनकी हत्या की गई थी।
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पर्यवेक्षकों के मुताबिक, शैतत कबीले के सैकड़ों लोग अब भी गायब हैं। आईएसआईएस आतंकियों के हमले के बाद गांव छोड़कर भागे कई लोग जब वापस लौटे तो उन्होंने इस कब्र की जानकारी मिली। इस्लामिक स्टेट के नियम मानने व हथियारों का इस्तेमाल न करने की शर्त पर इस कबीले के लोगों को वापस लौटने की इजाजत दी गई है।
स्रोत : दैनिक भास्कर