शफी के परिजन किसी न किसी तरीके से विकास और उसके परिवार को परेशान कर रहे थे। मामला तब थोडा ठंडा पड़ा जब परिवारद्वारा पुलिस की मदद ली गई, इसके बाद विकास को अस्पताल में भर्ती कराया जा सका !
उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जिले के बिन्दकी नगर में जिहादियोंद्वारा एक हिन्दू को घेरकर बेहिसाब मारने की घटना सामने आई है ! इस घटना को लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें मुसलमानों की एक भीड एक व्यक्ति को पेड से बाँधकर बुरी तरह मार रही है !
घटना तब शुरू हुई जब आटा खरीदने पहुँचा विकास यादव नाम के एक युवक की दुकान के मालिक शफी से किसी बात पर कहासुनी हो गई। इसके बाद यह विवाद इतना बढ गया कि, विकास को जिहादियों की एक उत्तेजित भीड़ ने पेड़ पर बाँध कर मारते-मारते लहूलुहान कर दिया। हालाँकि, इस पूरे मामले के दौरान विवाद करनेवाले शफी को भी कुछ हल्की चोटें आईं मगर भीड ने विकास को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया !
His name is Vikas Yadav, he was tied to a tree & brutally beaten by a Muslim mob.
He wasn't caught steeling, his only fault was that he dared to argue with Shami Ahmed.
He won't become an issue of National outrage bcz he isn't Tabrez & the mob isn't Hindu. pic.twitter.com/2Vei72zcB8
— Aviral Sharma (@sharmaAvl) October 18, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विकास यादव पर दुकानवाले ने चोरी का इल्ज़ाम लगाया था। इसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हुई तो दुकान मालिक शफी ने आसपास के लोगों को इकठ्ठा कर भीड लगा ली, जिसके बाद इस भीड ने पुलिस के दखल देने से पहले तकरीबन बीस मिनट तक विकास के साथ पूरी निर्दयता से मारपीट की !
हिंसक भीड से किसी तरह जब विकास को बचा कर पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। मगर गंभीर चोटें आने की वजह से विकास के परिजनों ने उसे कानपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में रखने का फैसला किया। यहाँ पहले से ही मारपीट करनेवाला दुकानदार शफी खुद भी इलाज के बहाने रुका टाँग पसारे पड़ा था ! नतीजा यह हुआ कि, विकास और उसके परिवार को इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ता। शफी के परिजन किसी न किसी तरीके से विकास और उसके परिवार को परेशान कर रहे थे। मामला तब थोडा ठंडा पडा जब परिवारद्वारा पुलिस की मदद ली गई, इसके बाद विकास को अस्पताल में भर्ती कराया जा सका !
गाँव में विकास के घर के आसपास लोग इकठ्ठा होने लगे जब वहाँ यह खबर फैल गई कि, विकास अब नहीं रहा। रिश्तेदारों ने जब किसी तरह यह समझाया कि, विकास जीवित है, उसका इलाज कानपुर के एक अस्पताल में चल रहा है यह सुनकर कहीं भीड तितर-बितर हुई। इसके बाद से ही गाँव में तनाव का माहौल है ! विकास के साथ हुई इस घटना के करीब दो दिन बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के अनुसार विवाद की शुरुआत विकास यादव ने की जिसके बाद दुकानवाले ने हल्ला मचा कर आसपास से लोगों को इकठ्ठा कर लिया।
बुधवार रात एफआईआर दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने मामले में गिरफ़्तारी शुरू कर दी। फतेहपुर के एसपी रमेश ने बताया कि, जल्द ही मामले से जुड़ी अन्य गिरफ्तारियाँ भी होंगी। बता दें कि, यह एफआईआर विकास के भाई धीरेन्द्र यादव ने कुछ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई थी। अभी तक इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद इरफ़ान और मोहम्मद जावेद को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।
स्त्रोत : ऑप इंडिया