जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुति
जळगांव : यहां के समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से जिलाधिकारी श्री. अविनाश ढाकणे से हिन्दू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, साथ ही हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या करनेवालों को तुरंत बंदी बनाकर उनके विरोध में कठोर कार्रवाई की मांग की गई। १९ अक्टूबर को जिलाधिकारी को उक्त मांग का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर हिन्दू महासभा, विश्व हिन्दू परिषद, वारकरी संप्रदाय, हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था, गोरक्षक संगठन के प्रतिनिधियोंसहित अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ भी उपस्थित थे।
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, १८ अक्टूबर को श्री. तिवारी की दिनदहाडे हत्या की गई। इसके पीछे हिन्दू नेताओं को मिटाने का षड्यंत्र दिखाई देता है ! १९९० के दशक में कश्मीर में इसी प्रकार से हिन्दू नेताओं की हत्याएं की गईं। पिछले सप्ताह में मुर्शिदाबाद (बंगाल) के संघ स्वयंसेवक श्री. बंधु प्रकाश पाल की उनके परिवारजनों के साथ अमानवीय हत्या की गई थी। इसके पीछे हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की हत्याएं कर आतंक फैलाना इन देशविरोधी शक्तियों का उद्देश्य है !
ज्ञापन में की गई मांगें . . .
१. कानून-व्यवस्था को खतरा उत्पन्न करनेवाले देशविरोधी विचारधारावाले लोगों के विरोध में कठोर कार्रवाई की जाए !
२. कमलेश तिवारी को सुरक्षा प्रदान की गई थी। फिर भी उनकी हत्या क्यों हुई ?, इसकी जांच कर उनके सुरक्षाकर्मियों की भी जांच होनी चाहिए !
३. सामाजिक प्रसारमाध्यमोंपर तिवारी का सिर काटनेवाले को ५१ लाख रुपए का पुरस्कार घोषित करनेवाले मौलानाओं के वक्तव्य प्रसारित हुए हैैं ! ऐसे मौलानाओं को दबोच लेना चाहिए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात