भागलपुर (बिहार) – बिहार के भागलपुर जिले में हिंदू से ईसाई बने पांच परिवारों को पंचायत ने गांव से बाहर निकालने की धमकी दी, साथ ही हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुना दिया। इस धमकी से ईसाई बने परिवार डर गए। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद् के कार्यकर्ताओं ने तीन परिवारों की ‘घर वापसी’ कराई। इस मामले को लेकर गांव में तनाव की स्थिति बन गई है।
घटना बुद्धूचक के बढ़ैया गांव की है। पांच परिवारों द्वारा धर्म परिवर्तन किए जाने के बाद बुद्धूचक थाने की पुलिस, पूर्व विधायक, बीडीओ व स्थानीय मुखिया समेत कई लोगों का बुधवार को गांव में दिन भर डेरा लगा रहा। दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने को लेकर वार्ता चलती रही। ग्रामीण धर्म परिवर्तन करवाने वाले परिवारों से ईसाई धर्म छोड़ने की मांग पर अड़े रहे।
बाकियों की भी कराएंगे ‘घर वापसी’
विश्व हिंदू परिषद् के प्रमंडलीय प्रमुख राकेश सिन्हा ने बताया कि मदन कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम बढ़ैया गांव जाकर हिंदू से ईसाई बने पांच परिवारों से मिली। काफी समझाने-बुझाने के बाद राधे मंडल, सुनीता देवी और ललिता देवी के परिवारों की ‘घर वापसी’ कराई गई। तीनों को गंगा स्नान करा कर गांव के दुर्गा मंदिर में विधानपूर्वक पूजा-अर्चना कराई गई। राकेश सिन्हा ने कहा कि शेष तीन परिवारों और रानी दियारा और गंगलदेह गांवों में भी भटके हिंदुओं की ‘घर वापसी’ कराई जाएगी।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर