अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) : यूपी में धर्म परिवर्तन को लेकर सक्रिय हुए धर्म जागरण मंच के नेता राजेश्वर सिंह ने खुले आम २१ दिसंबर, २०२१ तक देश के सभी मुसलमानों और ईसाइयों को हिंदू बनाने का संकल्प जाहिर किया है। उनके इस बयान को लेकर अभी तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। संसद में जरूर गुरुवार को भी इस मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्ष ने धर्मांतरण कराने वालों की तुलना आतंकी हाफिज सईद से कर दी, जिस पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। उधर, बिहार में विहिप ने ईसाई धर्म अपना चुके पांच हिंदू परिवारों का फिर से धर्मांतरण कराया है। यूपी के बहराइच में भी ७० हिंदुओं को ईसाई बनाए जाने का मामला सामने आया है।
![हिंदू जागरण मंच के नेता राजेश्वर सिंह](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2014/12/rajeshwar-vivad.jpg)
पीएम के बयान की मांग पर विपक्ष कायम
गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने एक बार फिर इस मसले पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की। सभापति हामिद अंसारी की तमाम कोशिशों के बाद भी विपक्षी सद्स्य शांत नहीं हुए। सदन के नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है लेकिन इस पर जवाब संबंधित मंत्री यानी गृहमंत्री राजनाथ सिंह ही जवाब देंगे। जेटली ने कहा कि विपक्ष को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि सरकार की ओर से जवाब कौन देगा। जेटली ने विपक्ष से अनुरोध किया कि वह इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही को बाधित न करे।
‘मुसलमानों, ईसाइयों को भारत में रहने का हक नहीं’
अलीगढ़ में धर्म परिवर्तन की योजना को लेकर चर्चा में आए धर्म जागरण मंच के नेता राजेश्वर सिंह ने बुधवार को एटा (यूपी) में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुसलमानों और ईसाइयों को भारत में रहने का हक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि २०२१ तक ईसाइयों और मुसलमानों से भारत को आजाद करा देंगे। राजेश्वर ने बुधवार को दावा किया कि वह अभी तक ३ लाख से ज्यादा लोगों की ‘घर वापसी’ करा चुके हैं। उनके मुताबिक, हिंदू राष्ट्र की स्थापना करना ही उनका मकसद है।
बता दें कि हिंदू जागरण मंच अलीगढ़ में २५ दिसंबर को धर्म परिवर्तन का एक कार्यक्रम आयोजित करने वाली थी, जिसमें हजारों मुस्लिमों और ईसाइयों को हिंदू बनाने की योजना थी। बीजेपी के सांसद योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
बहराइच में ७० लोगों को हिंदू से ईसाई बनाया
यूपी के बहराइच के कमलपुरी गांव में ७० लोगों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। इनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के हैं। इंडिया होप सेंटर के कार्यकर्ताओं पर इन्हें ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की है। संबंधित संस्था के कर्ताधर्ता की भी तलाश हो रही है। पुलिस के मुताबिक, संस्था के सदस्यों ने बाढ़ के दौरान ग्रामीणों को मदद दी थी। आरोप है कि उसी दौरान धर्म परिवर्तन करने पर उनकी जिंदगी बदल देने का भी आश्वासन दिया गया था। इसी उम्मीद में गांव के ७० लोगों ने सप्ताह भर पहले ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया।
धर्मांतरण के मुद्दे पर बुधवार को संसद में क्या हुआ?
विपक्ष ने कहा, पीएम की हो ‘घर वापसी’
हिंदू संगठनों की ओर से ‘घर वापसी’ के नाम पर कराए जा रहे कथित धर्मांतरण के मुद्दे पर बुधवार को लगातार तीसरे दिन राज्यसभा में हंगामा हुआ। विपक्ष ने आरोप लगाया, ‘प्रधानमंत्री संसद में आते ही नहीं हैं। उनकी ‘घर वापसी’ (संसद में उपस्थिति) की जरूरत है।’ सदन में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री देशभर में बोलते रहते हैं। फिर उन्हें संसद में अपनी बात कहने में क्या दिक्कत है। देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने और ध्रुवीकरण की कोशिशें हो रही हैं। प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि इन्हें रोकने के लिए क्या किया जा रहा है?’ माकपा के सीताराम येचुरी ने कहा, ‘हम भी चाहते हैं कि सदन में गतिरोध समाप्त हो। लेकिन पहले प्रधानमंत्री आकर बताएं तो कि छह महीने में उन्होंने क्या किया?’
![धर्मांतरण के मुद्दे पर बुधवार को भी सदन में गतिरोध जारी रहा।](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2014/12/hangama.jpg)
कांग्रेस सदस्य सस्पेंड
हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से सभापति हामिद अंसारी बेहद नाराज हो गए। उन्होंने अभद्र व्यवहार के कारण कांग्रेस सदस्य हनुमंत राव को दिन भर के लिए सस्पेंड कर दिया। विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा में सुबह शून्यकाल नहीं हो सका। कार्यवाही १२ बजे तक रोकनी पड़ी। इसके बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ विपक्षी सदस्यों ने धर्मांतरण के मुद्दे पर बहस की मांग की। सभापति हामिद अंसारी ने कहा, ‘पहले प्रश्नकाल होने दें।’ लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं माने। हंगामा करते रहे।
बिहार में पांच हिंदू परिवार ईसाई बने तो गांववालों ने बंद किया हुक्का-पानी…
![बिहार के भागलपुर में एक गांव में कुछ परिवारों के ईसाई धर्म कबूल करने से तनाव का माहौल है।](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2014/12/bhagalpur-tanav.jpg)
घटना बुद्धूचक के बढ़ैया गांव की है। पांच परिवारों द्वारा धर्म परिवर्तन किए जाने के बाद बुद्धूचक थाने की पुलिस, पूर्व विधायक, बीडीओ व स्थानीय मुखिया समेत कई लोगों का बुधवार को गांव में दिन भर डेरा लगा रहा। दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने को लेकर वार्ता चलती रही। ग्रामीण धर्म परिवर्तन करवाने वाले परिवारों से ईसाई धर्म छोड़ने की मांग पर अड़े रहे।
बाकियों की भी कराएंगे घर वापसी
विश्व हिंदू परिषद् के प्रमंडलीय प्रमुख राकेश सिन्हा ने बताया कि मदन कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम बढ़ैया गांव जाकर हिंदू से ईसाई बने पांच परिवारों से मिली। काफी समझाने-बुझाने के बाद राधे मंडल, सुनीता देवी और ललिता देवी के परिवारों की ‘घर वापसी’ कराई गई। तीनों को गंगा स्नान करा कर गांव के दुर्गा मंदिर में विधानपूर्वक पूजा-अर्चना कराई गई। राकेश सिन्हा ने कहा कि शेष तीन परिवार और रानी दियारा और गंगलदेह गांवों में भी भटके हिंदुओं की घर वापसी कराई जाएगी।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर