वॉशिंगटन – पाकिस्तान के आतंकवाद से निपटने के दावों की अमेरिका ने पोल खोलते हुए कहा है कि वहां अब भी आतंकियों की भर्ती हो रही है और वे फंडिंग जुटा रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने आतंकवाद पर अपनी सालाना रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर रोक लगाने में असफल रहा है। ये संगठन लगातार आतंकियों की भर्ती कर रहे हैं और फंड भी जुटा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई ऐसे संगठन भी हैं, जो विदेशी धरती पर हमले की साजिशें रचते हैं।
पाकिस्तान की नीयत पर प्रश्न उठाते हुए अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है वह लगातार अफगान सरकार और तालिबान के बीच वार्ता को समर्थन की बात करता है, लेकिन अब भी अपने देश में हक्कानी नेटवर्क जैसे खूंखार आतंकी संगठन को पनपने दे रहा है। अमेरिका ने कहा कि यह संगठन अमेरिका और अफगान सरकार के लिए खतरा बनकर उभरा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘पाकिस्तान सरकार लश्कर और जैश जैसे खूंखार आतंकी संगठनों पर लगाम कसने में नाकाम रही है। ये संगठन पाकिस्तान में आतंकियों की भर्ती कर रहे हैं, ट्रेनिंग दे रहे हैं। यही नहीं लश्कर से जुड़े कुछ लोगों को पाकिस्तान में जुलाई के आम चुनावों में उतरने का मौका भी दिया गया था।’
गौरतलब है कि हाफिज सईद के समर्थन वाले २६५ उम्मीदवार भी पाकिस्तान में आम चुनाव में उतरे थे। रिपोर्ट में पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा गया, ‘पाकिस्तान ने अपने नैशनल ऐक्शन प्लान में कहा गया है कि किसी सशस्त्र समूह को देश में काम नहीं करने दिया जाएगा। इसके बाद भी कई आतंकी संगठन वहां सक्रिय हैं और दूसरे देशों पर हमलों की साजिशें रचते हैं। इनमें हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार आतंकी समूह शामिल हैं।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स