महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच बात नहीं बन पा रही है। सरकार गठन की खींचतान अब महाराष्ट्र से निकलकर दिल्ली पहुंच गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जल्द ही सरकार बनेगी। वहीं, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा है कि भाजपा-शिवसेना को जनादेश मिला है, हमारे बीच कोई लडाई नहीं है, हम बैठेंगे और मुद्दा सुलझा लेंगे। हिन्दुत्त्व की समान विचारधारा पर एक हुए इस महागठबंधन की सरकार बनाने के संदर्भ में होनेवाले देरी पर चिंता जताते हुए हिन्दू जनजागृति समिति ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हिन्दुत्व की समान विचारधारा के कारण एकत्रित आई भाजपा-शिवसेना महागठबंधन को महाराष्ट्र में स्थिर सरकार बनाने के लिए राज्य की जनता ने बहुमत दिया है। दोनों दलों के नेता राज्य तथा हिन्दू समाज का हित जानते ही हैं; परंतु सरकार बनाने के संदर्भ में होनेवाले विलंब का लाभ विरोधी निधर्मी दल ले रहे हैं। राज्य में असमय वर्षा के कारण किसानों की बहुत हानि हुई है। ऐसे में महाराष्ट्र की जनता के व्यापक हित के लिए तथा हिन्दूहित के लिए भाजपा-शिवसेना शीघ्रातिशीघ्र एकत्रित आकर महाराष्ट्र में गठबंधन की स्थिर-सरकार बनाएं, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने किया है। यह इच्छा केवल हमारी ही नहीं है, समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ, वारकरी, विविध आध्यात्मिक और राष्ट्रप्रेमी संगठनों की भी यही इच्छा है कि संगठित हिन्दूशक्ति का विभाजन न हो।
श्री. रमेश शिंदे आगे कहा कि, १९९२-९३ में अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बनी बाबरी मस्जिद के गिराने पर महाराष्ट्र में दंगे भडके थे। शीघ्र ही सर्वोच्च न्यायालय श्रीरामजन्मभूमि के संदर्भ में निर्णय देनेवाली है, उसके पश्चात भी देशविरोधी शक्तियां देश में अराजकता फैला सकती हैं। ऐसी स्थिति में राज्य में स्थिर और सक्षम सरकार होना आवश्यक है, यही राज्य के हिन्दुत्वनिष्ठों की इच्छा है।