न्यायाधीशों की सुरक्षा बढानी पडी, यह दुर्भाग्यपूर्ण !
हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने रामजन्मभूमि के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि, हमारी न्याय देवता के प्रति श्रद्धा है । हिन्दू समाज की कई पीढियां, सैकडों वर्ष से जिस न्याय की प्रतीक्षा में थीं, आज उस श्रीरामजन्मभूमि के साथ न्याय हुआ है । हमारी यह भावना है कि प्रभु श्रीरामचंद्रजी ने हमें यह न्याय दिलाया है । इस निर्णय का श्रेय मंदिर हेतु अखंड संघर्ष जारी रखनेवाले हिन्दू पूर्वज, अपना बलिदान देनेवाले साधु-संत, कारसेवक एवं न्यायालय में मंदिर का उचित पक्ष रखनेवाले अधिवक्ताओं को भी दिया जाना चाहिए ।
निर्धारित समयसीमा में निर्णय देने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय के प्रति आभारी हैं; किंतु साथ ही हमें इस बात पर खेद होता है कि एक ओर देश में सभी लोग शांति बनाए रखने का आवाहन कर रहे हैं, तो दूसरी ओर यह निर्णय देनेवाले न्यायाधीशों की सुरक्षा बढानी पड रही है। सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या के मुख्य स्थान पर 5 एकर भूमि प्रदान करने का निर्णय प्राथमिक दृष्टि से अनाकलनीय लगता है; किंतु उसकी अपेक्षा आज हमें जो आनंद मिला है, वह कई गुना महत्त्वपूर्ण है । हमारी न्यायालय के प्रतिश्रद्धा है । इसके आगे काशी एवं मथुरा जैसे अन्य मंदिरों के प्रकरण में भी हमें शीघ्र न्याय मिलेगा ।