पाक ने दोनो भारतीयोंपर आतंकवाद का आरोप लगाया है !
पाकिस्तान इन दोनों भारतीयों को मोहरा बनाने की साज़िश रच रहा है ! २०१७ से लेकर अब तक पाकिस्तान ने कोई जानकारी साझा नहीं की, लेकिन सोमवार को अचानक दोनों की एक साथ गिरफ्तारी दिखाई गई !
नई देहली : भारत से बौखलाया पाकिस्तान हर दिन नई साजिश रच रहा है। सोमवार को पाकिस्तान चैनलों पर २ भारतीयों की गिरफ्तारी की खबर दिखाई गई। बताया गया कि, यह दोनों बिना पासपोर्ट पाकिस्तान में घुसपैठ करते पकडे गए। टीवी पर उनकी तस्वीर दिखाकर दावा किया गया कि, दोनों भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान के बहावलपुर में पकडा गया। पाक के टीवी चैनलों पर दिखाई जा रही एफआईआर के अनुसार, पकडे गए दो लोगों में एक का नाम प्रशांत है, जो हैदराबाद के रहनेवाले हैं। दूसरा भारतीय मध्य प्रदेश निवासी वारी लाल हैं। पाकिस्तान ने इन पर आतंकवाद में शामिल होने के आरोप लगाए हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और है !
न्युज १८ के अनुसार, असल में यह दोनों भारतीय २०१७ में ही गलती से सीमापार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे। भारत ने पाकिस्तान से वारी लाल का मामला दिसंबर २०१८ में उठाया था। तस्वीर के साथ वारी लाल की जानकारी भी साझा की गई, वहीं प्रशांत को लेकर इसी साल मई में पाक सरकार से जानकारी मांगी गई थी। भारत ने दोनों के लिए कांसुलर एक्सेस की मांग भी की, लेकिन पाकिस्तान ने दोनों मामलों में कोई जवाब नहीं दिया।
अब पाकिस्तान इन दोनों भारतीयों को मोहरा बनाने की साज़िश रच रहा है ! २०१७ से लेकर अब तक पाकिस्तान ने कोई जानकारी साझा नहीं की, लेकिन सोमवार को अचानक दोनों की एक साथ गिरफ्तारी दिखाई गई। सोमवार को इनकी गिरफ्तारी की घोषणा हैरान करनेवाली है ! भारत को संदेह है कि, इन दोनों को पाकिस्तान अपने नापाक एजेंडे के लिए मोहरा बना रहा है। भारत ने पाकिस्तान से इन दोनों भारतीयों की गिरफ्तारी की जानकारी मांगी है। साथ ही इनके कांसुलर एक्सेस की मांग भी की है।
प्रशांत और वारी लाल जैसे और भी हैं मामले
गलती से सीमापार करनेवाले और भी कई मामले हैं, जो २०१६/२०१७ से पाकिस्तान में लंबित हैं। इसमें राजस्थान के रामदास और रजनी गोथ (बिहार) के जस्सी सिंह भी शामिल है। इन सभी मामलों पर भारत पाकिस्तान से संपर्क में है। एक जानकारी के अनुसार, मौजूदा समय में २०९ भारतीय मछुआरे और ५२ आम नागरिक पाकिस्तान में कैद हैं !
कश्मीर पर भारत के फैसले का रिहाई पर असर
५ अगस्त को भारत ने अनुच्छेद ३७० के कई प्रावधानों को खत्म कर दिया था। पाकिस्तान ने बौखलाहट में ५ भारतीय नागरिकों और सैकडों भारतीय मछुआरों की रिहाई पर रोक लगा दी। हालांकि, इन सभी की नागरिकता की पुष्टि और सज़ा पूरी हो चुकी थी। ५ अगस्त को ही दो भारतीयों की रिहाई तय थी, लेकिन कश्मीर पर फैसले के बाद उन्हें अटारी से ही वापिस लौटा दिया गया। उनकी रिहाई पर रोक लगा दी गई !
स्रोत : न्यूज 18