भारतीय नागरिकता मिलने के बाद पाकिस्तानी हिन्दुओं ने जताई खुशी
“मुझे और मेरी पत्नी को पहले ही भारतीय नागरिकता मिल गई थी। लेकिन हमारी ११ साल की बेटी प्रियांशी को यह सुविधा नहीं मिली थी। हम इसके लिए वर्षों से इंतजार कर रहे थे। आज जब यह मिली है तो…”
गृह मंत्रालयद्वारा एक्शन लिए जाने के बाद पाकिस्तानी हिन्दुओं को वापस पाकिस्तान भेजने का फैसला करनेवाली राजस्थान की कॉंग्रेस सरकार ने २१ पाकिस्तानी प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान कर दी है ! अधिकारियों ने बताया कि, जिन पाकिस्तानी प्रवासियों को नागरिकता प्रदान की गई है, वो पिछले १९ साल से भारत में रह रहे थे। नागरिकता प्राप्त करनेवाले लोगों में एक मासूम बच्ची समेत २१ लोग शामिल हैं। इन्होनें सालों से भारतीय नागरिकता का सपना संजोया हुआ था और अब जब उन्हें ये खुशखबरी मिली है, तो उनकी आँख से आँसू छलक पडे ! इस मौके पर हर कोई एक दूसरे से गले लगकर भावुक दिखा तो किसी ने अपने बच्ची को खूब दुलार दिया !
भारतीय नागरिकता मिलने के बाद इन लोगों ने असल में आजादी के मायने महसूस किए। यही कारण है कि, इन्होनें इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदेमातरम’ के नारे भी लगाए !
सबसे पहले दो बहनों -निर्मला और चंद्रा की कहानी : दोनों साल २००० में पाकिस्तान से टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आईं और यहीं बस गईं। हालाँकि, कुछ महीने पहले चंद्रा को भारतीय नागरिकता मिल गई थी, लेकिन उनकी सगी बहन निर्मला पर पाकिस्तानी नागरिक की मुहर थी। वे दोनों कई वर्षों से नागरिकता पाने के लिए प्रयासरत थीं। ऐसे में बुधवार को जब निर्मला को नागरिकता का सर्टिफिकेट मिला तो दोनों भावुक हों गई और एक दूसरे को गले लगाया।
इन बहनों के अनुसार, पाकिस्तान में न तो हिन्दू लडकियों को ज्यादा आजादी है और न ही वहां पढाई का अच्छा माहौल है ! वहां खुलकर जिंदगी नहीं जी जा सकती, इसलिए वे बेटियों की परवरिश के लिए भारत आई। उनके अनुसार आज नागरिकता पाने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे मानों उनका पुनर्जन्म हुआ हो !
इसी प्रकार भीष्म माहेश्वरी अपनी पत्नी व अन्य रिश्तेदारों के साथ करीब २१ वर्ष पहले भारत आए थे। यहां करीब पाँच साल पहले भीष्म माहेश्वरी व उनकी पत्नी को भारतीय नागरिकता मिल गई। लेकिन, ११ साल की उनकी बेटी प्रियांशी को यह सुविधा नहीं मिली। वह इसके लिए वर्षों से इंतजार कर रहे थे। ऐसे में अब जब उन्हें बुधवार को ये खुशी मिली, तो वे और उनकी पत्नी भावुक हो गए और अपनी बेटी प्रियांशी को गोद में उठाकर खूब लाड किया !
नागरिकता मिलनेवाले लोगों में सांवलदास, उनकी पत्नी सोनिया, छोटा भाई नरेश और सांवलदास के २ चचेरे भाई (भागचंद व विजय कुमार भी थे। ये पूरा परिवार १८ वर्ष पहले पाकिस्तान में खैरपुर मीरस सिंध से भारत आए थे। यहां इन्होनें शुरुआत में पेट पालने के लिए रेडिमेड दुकानों पर नौकरी की और घर का खर्चा चलाया। बुधवार को जब संभाय आयुक्त व जिला कलेक्टर जगरूप यादव ने सांवरदास व उनकी पत्नी सहित ३ भाईयों को नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया तो पूरा परिवार ही खुशी से झूम उठा !
Rajasthan: 21 Hindu migrants from Pakistan, who had been living in the state, were granted Indian citizenship today. They were handed over the citizenship certificates at the District Collectorate in Jaipur today. pic.twitter.com/6LgzyCwZsH
— ANI (@ANI) November 27, 2019
सांवलदास ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कि, पाकिस्तान में हालत अच्छे नहीं हैं, इसलिए वे अब पूरे परिवार को भी ले आएँगे। इसके अलावा उनकी पत्नी तो नागरिकता मिलने के बाद भी कई देर तक रोती रहीं !
गौरतलब है कि, इस मौक़े पर जयपुर के ज़िला कलेक्टर ने यह भी बताया कि, २८ अन्य पाकिस्तानी प्रवासियों ने भी भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है और उसके लिए प्रक्रिया चल रही है, इसके अलावा ६३ अन्य मामलों में भी जाँच हो रही है और जल्द से जल्द उन सभी को भारतीय नागरिकता देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं ! राजस्थान में जयपुर के अलावा जोधपुर और जैसलमेर के ज़िला कलेक्टरों को भी जाँच के बाद पाकिस्तानी प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देने का अधिकार है !
स्त्रोत : ऑप इंडिया