इस्लामाबाद : पाकिस्तान की अदालत ने शनिवार को एक चर्चित मुस्लिम प्रोफेसर जुनैद हफीज को ईश निंदा के आरोप में मौत की सजा सुनाई है ! मुल्तान में बहाउद्दीन जकारिया विश्वविद्यालय (बीजेडयू) के अंग्रेजी साहित्य विभाग में प्राध्यापक रहे हफीज को पुलिस ने २३ मार्च २०१३ को गिरफ्तार कर लिया था और उस पर ईश निंदा के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले की सुनवाई २०१४ में शुरू हुई थी। सजा सुनते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश काशिफ कय्यूम ने हाफिज को पाकिस्तान दंड संहिता (पीपीसी) की धारा २९५-सी के तहत ५ लाख रुपये का जुर्माना देने का आदेश दिया। इसके वाला डिफॉल्ट के मामले में वह छह महीने जेल की सजा काटेगा।
#JunaidHafeez handed down death sentence in blasphemy case. Junaid Hafeez is a Pakistani university lecturer and accused of blasphemy under Pakistan's broad blasphemy laws. Hafeez was arrested in 2013 and held in solitary confinement since 2014. #JusticeForJunaidHafeez pic.twitter.com/9uojdz55Gl
— Nighat Dad (@nighatdad) December 21, 2019
भारी सुरक्षा के बीच प्रोफेसर को रखा गया
हफीज को न्यू सेंट्रल जेल मुल्तान के हाई-सिक्योरिटी वार्ड नंबर २ में रखा गया है। उसके पिछले वकील, राशिद रहमान की २०१७ में उनके कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अदालत का फैसला सुनाए जाने से पहले, हाफिज के माता-पिता ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश आसिफ सईद खोसा से मामले को देखने की अपील की थी और उन्होंने उसके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को देखते हुए बेटे के लिए न्याय की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा कि, हाफिज ईश निंदा के झूठे आरोप में पिछले छह साल से जेल में बंद है।
बता दें कि, पाकिस्तान में ईश निंदा बेहद गंभीर अपराध है । इस मामले में दोषी या आरोपी को जान का खतरा होता है !
स्त्रोत : inextlive